Uttarpradesh

वकील की पत्नी की मौत पर डॉ.दास बोले-यमराज पर भी हो कार्रवाई

गौरव शुक्ला की रिपोर्ट

फर्रुखाबाद  ओह माई गॉड’ आप सबको याद होगी यह फिल्म। इसमें अक्षय कुमार भगवान कृष्ण बने थे। परेश रावल की दुकान भूकंप से गिर जाती है और वह इस कृत्य के लिए अदालत में भगवान के ऊपर मुकदमा ठोंक देता है। फिल्म देखने वालों ने सोचा नहीं होगा, ऐसा हकीकत में भी हो सकता है। फर्रुखाबाद में वकील बृजेश पाण्डेय की पत्नी अनुराधा पाण्डेय की मौत के बाद फतेहगढ़ के जाने-माने चिकित्सक डॉ.वीएम दास ने यमराज को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है वकील की पत्नी की जान यमराज ने ली है और यमराज पर भी कानून को कार्रवाई करनी चाहिए
आपको स्मरण करा दें फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्रानगंज निवासी बृजेश पाण्डेय ने अपनी पत्नी अनुराधा पाण्डेय को पेट में दर्द होने पर 15 मई को फतेहगढ़ के प्रमुख चिकित्सालय दास नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान ही 17 मई को अनुराधा की मौत हो गयी थी। वकील ने मौत के लिए चिकित्सक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए डॉ. विजय मोहन दास, डॉ. अंकित मोहन दास के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। वकील का कहना था बिना सर्जन उसकी पत्नी का ऑपरेशन किया गया और ऑपरेशन में पूरी तरह से लापरवाही बरती गयी। फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंची और जांच पड़ताल की। अधिवक्ता बृजेश पाण्डेय ने बुधवार को पुन: डीएम से मिलकर अपनी पीड़ा बताई और चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की

गुरुवार की शाम को मीडिया के समक्ष डॉ.वीएम दास ने अपना पक्ष रखा उनका स्पष्ट कहना है कि अनुराधा की मौत के लिए यमराज भी जिम्मेदार हैं और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए। वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि मेरे द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की। उन्होंने 19 मई को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया था। इस प्रार्थना पत्र में दर्शाया था कि बृजेश पाण्डेय उपचार का पैसा नहीं दे रहे थे। वे डॉक्टर की राय नहीं मान रहे थे तथा डॉक्टरी कार्यवाही में बाधा पहुंचा रहे थे। उन्होंने अस्पताल परिसर में गाली-गलौज कर व जानमाल की धमकी दी। चिकित्सक द्वारा रेफर कर देने पर भी वे मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर नहीं ले गए। डॉ.दास ने कहा अनुराधा की मौत के लिए अधिवक्ता स्वयं तथा यमराज दोषी हैं। इसलिए मेरा मुकदमा दर्ज कर यमराज के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए
धरती पर भगवान माने जाने वाले डॉ. वीएम दास का कहना है कि जिस समय यह घटना घटित हुई, उस समय यमराज मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक को दी गई तहरीर में डॉ. वीएम दास ने यह भी दावा किया है कि हिन्दू मायथोलॉजी के अनुसार प्रात: चार बजे यमराज अस्पताल में आते है और मरीज की जान लेकर चले जाते है। इसलिए ४ बजे से ७ बजे के समय मरीज के लिए सही नहीं है। इसलिए मंै ३ बजे पहुंच गया, ताकि यमराज को मरीज ले जाने से रोंक सकूं और दो घंटे तक मैं यमराज से प्रार्थना करता रहा।
इतना ही नहीं वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा है अस्पताल में यमराज के होने का साक्ष्य भी वे दे सकते हैं। चिकित्सक का कहना है कि मेरे विरुद्ध लिखे गये मुकदमे में यमराज को भी आरोपी बनाया जाए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक व विवेचक से मांग की कि जो भी धारायें बनं वे मौत के देवता यमराज पर भी लगायी जाएं तथा उनके विरुद्ध कार्यवाही भी की जाये। साथ ही उनकी ओर से दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की मांग की गई है।
डॉ.दास ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा अभी तक पुलिस को ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई, जिससे साफ है कि पुलिस भी पक्षपात कर रही है

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