Uttarpradesh

बीजेपी में शामिल होते ही हार्दिक पटेल की पहली प्रतिक्रिया- भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए करूंगा काम में शामिल होते ही हार्दिक पटेल की पहली प्रतिक्रिया- भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए करूंगा काम

गुजरात पाटीदार आंदोलन  से नेता बने हार्दिक पटेल  ने आखिरकार बीजेपी  का दामन थाम ही लिया. आंदोलन के बाद कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक ने वहां से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पार्टी  ज्वाइन की. पार्टी में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा है कि वो पीएम नरेंद्र मोदी  के छोटे से सिपाही के रूप में काम करना चाहते हैं. इस बाबत उन्होंने ट्वीट भी किया है. हाल ही में हार्दिक ने कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।हार्दिक पटेल अहमदाबाद में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए. पटेल ऐसे समय में पार्टी में शामिल हुए हैं, जब इस साल के आखिर में गुजरात विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बीजेपी पिछले दो दशक से ज्यादा वक्त से राज्य में सत्ता में हैं. पार्टी में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का गौरव बताया.

छोटा सा सिपाही बनकर करूंगा काम- हार्दिक पटेल

हार्दिक पटेल ने कहा कि राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित के इस भगिरथ कार्य में आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो राष्ट्र सेवा का काम चल रहा है, उसमें छोटा सा सिपाही बनकर काम करने के लिए नए अध्याय की शुरूआत कर रहा हूं.  उन्होंने कहा कि आजतक मैंने पद के लालच में कहीं भी किसी भी प्रकार की मांग नहीं रखी. कांग्रेस को भी मैंने काम मांगते हुए छोड़ा और बीजेपी में भी मैं काम करने की परिभाषा के साथ जुड़ रहा हूं. स्थान की चिंता कमजोर लोग करते हैं. मजबूत लोग कभी भी स्थान की चिंता नहीं करते हैं.

पाटीदार समाज में है अच्छी पकड़

गुजरात में पाटीदार समाज में हार्दिक पटेल  की अच्छी पकड़ है. हार्दिक पटेल साल 2015 में राजनीतिक मंच पर पहुंचे थे, जब उन्होंने गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया था. 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अभियान चलाते हुए माहौल बनाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल राहुल गांधी  की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे. तब, उन्हें 2020 में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. हालांकि, उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर अहम निर्णय लेने के दौरान उन्हें दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए इसी महीने इस्तीफा दे दिया।

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