मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई जनपद में मुख्यमंत्री के नियमो और आदेश को हरदोई के ही अधिकारी ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हे जब की योगी आदित्यनाथ ने अभी पूर्व में आदेश दिया था कि तालाब की भूमियों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए लेकिन प्रशासन बेबस है क्योकि ज्यादातर अतिक्रमण कारी या तो सत्ताधारियों के करीबी है या खुद ही सत्ताधारी नेता है।ऐसा ही एक प्रकरण बालामऊ विधानसभा के कस्बा कछौना का सामने आया है ।जहां भाजपा के एक युवा नेता की मिलीभगत से तालाब की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया और अतिक्रमण कारी युवा नेता के बेहद ही करीबी है इस कारण प्रकरण की शिकायत भी हुई लेकिन गोलमोल आख्या लगा कर शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
अतिक्रमणकारी सत्ताधारी नेता जी के करीबी है इस कारण संडीला प्रशासन बेबस है।
शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी हरदोई को शिकायती पत्र सौंपा था जिसमे तालाब की भूमि की पैमाइस कराने की मांग के साथ साथ आरोप लगाया था कि कृष्ण कुमार गुप्ता पुत्र बनवारी व मुकेश कुमार सिंह पुत्र हरिशरण सिंह ने तालाब की भूमि गाटा सँख्या 1810 पर अतिक्रमण कर अपने मकान बनवा लिए है और शेष बची तालाब की भूमि को बेच दिया है।
दरअसल कृष्णकुमार गुप्ता की पैतृक जमीन गाटा सँख्या 1811 तालाब की जमीन के समीप खाली पड़ी हुई थी।कृष्णकुमार गुप्ता ने अपनी पैतृक जमीन गाटा सँख्या 1811 पर प्लाटिंग करने के साथ साथ तालाब की जमीन पर भी प्लाटिंग कर दी और आज मोहल्ला इमलीपुर वार्ड नम्बर 6 में तालाब की जमीन पर आलीशान मकान बने हुए है।एक सोची समझी रणनीति के तहत कृष्णकुमार गुप्ता ने बैनामा तो अपनी पैतृक जमीन 1811 का किया लेकिन कब्जा तालाब की जमीन पर करवा दिया।
दिनांक 22 फरवरी 2022 को जो रिपोर्ट लेखपाल द्वारा शिकायत पर लगाई गई है वह आख्या दर्शाती है कि संडीला का राजस्व विभाग इन अतिक्रमण कारियो पर मेहरबान है और कार्यवाही करने के बजाए आचार संहिता का हवाला देते हुए इस प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ लिया था।अब आचार संहिता नही है लेकिन संडीला का राजस्व विभाग अब भी सो रहा है और प्रकरण ठंडे बस्ते में है।
आगे की खबरों में आप जान पाएंगे कि किस तरह से भाजपा नेता ने अस्पताल की जमीन व खेल का मैदान कब्जा कर लिया और प्रशासन को भनक तक नही लगी।