मुकदमों की धमकी और उत्पीड़न से परेशान परिवार पलायन को मजबूर

विजय कुमार की रिपोर्ट
कन्नौज – घर में चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाही करवाना एक परिवार को भारी पड़ रहा है जिन लोगों के खिलाफ चोरी का केस दर्ज था उन्हीं लोगों ने दबाव बनाने के लिए पीड़ित परिवार पर दुष्कर्म का केस दर्ज करवा दिया था दुष्कर्म के झूठे मामले में पीड़ित कोर्ट से बरी कर दिया गया लेकिन अब वही लोग दुश्मनी की खुन्नस निकालने के लिए पुलिस से सांठगांठ कर पीड़ित के बेटे के खिलाफ झूठा केस लगवा कर भविष्य चौपट करने का षड्यंत्र रच रहे हैं जिससे परेशान होकर पीड़ित परिवार पलायन करने को मजबूर है पूरा मामला सौरिख थाना क्षेत्र के डिगरी गांव का है जहां की रहने वाली अरुणा देवी पत्नी अरुण सिंह ने छिबरामऊ के पुलिस क्षेत्राधिकारी से मुलाकात करते हुए एक शिकायती पत्र सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2012 में उनके घर पर चोरी हुई थी जिसको लेकर उन्होंने चोरी करने वाले गांव के ऊधन व सुरेश चंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी ऐसे में चोरी की रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बनाने के लिए मंजू देवी पत्नी ऊधन, सुखदेवी पत्नी सुरेश चंद्र, आरती पुत्री सुरेश चंद्र पुष्पेंद्र पुत्र जगदीश, कल्लू पुत्र अमर पाल ने साजिश के तहत वर्ष 2012 में ही उनके पति तरुण के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवा दिया था केस की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने पति तरण को साक्ष्यों के अभाव में दुष्कर्म मामले से बाइज्जत बरी कर दिया था जिसको लेकर वह लोग मेरे परिवार पर खुन्नस मानने लगे और पति के बाद मेरे 18 वर्षीय बेटे अभिषेक को झूठे केस में फसाने और उसका भविष्य बर्बाद करने की धमकी दे रहे हैं बेटे पर झूठा केस दर्ज कराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं पीड़ित महिला अरुणा देवी ने कहा यदि उनको न्याय ना मिला तो वह अपने पूरे परिवार के साथ पलायन करने में मजबूर होंगी