धूम-धाम से मनाई गई हनुमान जयंती

देवेश कटियार की रिपोर्ट
कन्नौज- कन्नौज शनिवार को बड़े धूम धाम से मनाई गई हनुमान जयंती जिसको लेकर मंदिरों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जिसके बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिरों में सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ी।
हनुमान जी की आरती के साथ बेशन के लड्डू का भोग लगाया गया। जिसके बाद प्रसाद वितरण हुआ। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि रामायण के मुताबिक भगवान हनुमान की चैत्र माह की पूर्णिमा पर हनुमान जयंती मनाने के पीछे एक कहानी भी है। जिसमें एक बार हनुमान जी सूरज को गेंद समझकर निगलने वाले थे। उस वक्त इंद्र भगवान ने अपने वज्र से हनुमान जी पर हमला कर दिया, जो हनुमान जी की ठोड़ी में जाकर लगा। इस वजह से हनुमान जी बेहोश हो गए थे, इससे नाराज होकर पवनदेव ने दुनिया की प्राण वायु (हवा) रोक दी थी।
बाद में हनुमान जी को होश आया तो देवताओं की गुजारिश पर पवनदेव ने भी हवा छोड़ दी। इसके बाद हनुमान जी को देवताओं ने कई वरदान दिए। उस दिन चैत्र माह की पूर्णिमा थी, इसी कहानी की वजह से चैत्र महीने की पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्मदिन मनाया जाता है। इस दौरान कई मंदिरों में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का भी आयोजन किया गया। शहर के प्रचीन सिद्धपीठ बाबा गौरीशंकर मंदिर परिसर में बने विशाल हनुमान मंदिर में भी सुंदरकांड का आयोजन किया गया।
मंदिर छठी शताब्दी यानि राजा हर्षवर्धन के समय का है। इस दौरान मंदिर पुजारी मथुरा प्रसाद ने हनुमान जयंती के अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि हनुमान जी की पैदाईश कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को मंगलवार के दिन मेष लग्न और स्वाती नक्षत्र को हुई थी। हनुमान जी का जन्मदिन चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। जिससे आज के दिन हनुमान जी की जयंती को मनाते हैं।