अध्यक्ष भी है गोलमाल में शामिल मांग पत्र पर जवाब न देना यही कहता है

मोहन प्रसाद यादव की रिपोर्ट
अनूपपुर/बिजुरी नगरपालिका परिषद बिजुरी के मुख्य नगरपालिका अधिकारी मीना कोरी पर शासन के अधिकृत जेम पोर्टल के माध्यम से करोडो़ं रूपये के भृष्टाचार करने का आरोप लगाते हुये नपा उपाध्यक्ष सहित 10 पार्षदों ने संभागायुक्त शहडोल सहित नगरीय प्रशासन एवं अवास विकाश विभाग को शिकायत कर मामले पर जांच कर कार्यवाई करने का आग्रह किया गया था। ओ मामला अभी तक अधर में लटका हुआ ही है। वहीं उक्त शिकायत से पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष ने 04 अप्रैल मंगलवार को नगरपालिका अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराते हुये उनके फर्जी हस्ताक्षर कि जांच कराकर 07 दिवस के भीतर अवगत कराने का अनुरोध किया गया था। ताकि परिषद एवं भारतीय जनता पार्टी कि लगातार धूमिल हो रही छवि को मटियामेट होने से बचाया जा सके। लेकिन दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि 09 दिन बाद भी नगरपालिका अध्यक्ष ने मामले पर संज्ञान नही लिया। जिससे परिषद कि गरिमा और भारतीय जनता पार्टी कि छवि पूरी तरह से धूमिल हो रही है। वहीं नगरभर में चर्चाओं का दौर भी तेजी से प्रारम्भ है, जगह-जगह चौक-चौराहों से लेकर गली-गलियारों तक हर कोई इन दिनों नगरपालिका बिजुरी में हुये करोडो़ं के भृष्टाचार में नगरपालिका अध्यक्ष कि सहभागिता कि ही बात करते नजर आ रहे हैं। लोगों का मानना है कि युवा अध्यक्ष अगर सच में ईमानदार होते तो जेम पोर्टल में हुये करोडो़ं के भृष्टाचार में जब इनके फर्जी हस्ताक्षर कि बात सामने आयी तब इनके द्वारा मामले पर गम्भीरता से जांच कराना चाहिये था। किन्तु इन्होने मामले पर इस कदर चुप्पी साध लिये हैं, मानों इन्हे परिषद कि गरिमा और भाजपा कि धूमिल होती छवि कि बिल्कुल भी परवाह नही है। और इन सबसे ऊपर नगर कि विकाश का तो इन्होने बंटाधार ही कर दिया।
*भृष्टाचार के लिए नगर व भाजपा कि शाख को लगाया दाव पर*
करोडो़ं रूपयों के भृष्टाचार का दंश झेल रही मुख्य नगरपालिका अधिकारी बिजुरी के साथ कदम-ताल कर रहे शिक्षित युवा अध्यक्ष ने परिषद एवं भाजपा कि गरिमा को खाक में मिलाते हुये। खुलकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी का साथ देते नजर आ रहे हैं। ऐसा लग रहा है मानों मिली भगत से हुयी भृष्टाचार कि आंच में स्वयं भी ना झुलस जायें लिहाजा हर कदम सोंच समझकर रख रहे हैं।
भाजपा संगठन भी है कुंभकर्णी नींद में
स्वयं को पाक साफ सिध्द कराने कि हसरत रखने वाली भारतीय जनता पार्टी भी इन दिनों नगरपालिका बिजुरी द्वारा किये गये तरह-तरह के कारनामों में इस कदर चुप्पी साधे हुये बैठे हैं। मानो स्थानीय निकाय में अपनी पार्टी का अध्यक्ष बैठा है इसलिये भृष्टाचार करने का पूरी आजादी है, क्योंकी चुनाव के वक्त जनता को लालीपाॅप देना संगठन को अच्छे से आता है।