Uttarpradesh

आवारा गोवंशों से निजात दिलाने के लिए उपजिलाधिकारी प्रीति तिवारी गम्भीर

अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट 

अमृतपुर योगी सरकार 2.0 में सरकार ने आवारा पशुओं पर नियंत्रण करने का वायदा किया है। पीएम मोदी और सीएम योगी ने अपनी जनसभाओं में कहा था इस आवारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम उठाएंगे। प्रदेश सरकार का कार्यकाल 25 मार्च से ही शुरू हुआ है और अब तक इसके लिए कोई दिशा निर्देश अधिकारियों को नहीं दिए गए हैं, लेकिन उपजिलाधिकारी प्रीति तिवारी ने अपने स्तर से प्रयास शुरू कर दिए हैं। क्षेत्र में बन्द दो गोशालाओं को चालू कराने के लिए उन्होंने आला अधिकारियों को पत्र लिखा है।
उपजिलाधिकारी अमृतपुर प्रीति तिवारी ने सोमवार को क्षेत्र की गौशालाओं का निरीक्षण किया। तहसील क्षेत्र के परमनगर तथा सरह में निर्मित गौशालाओं का एसडीएम ने निरीक्षण किया। दोनों गौशालाएं बन्द पड़ी हैं। इन गौशालाओं में लगभग 300 गौवंश आश्रय पा सकते हैं। उपजिलाधिकारी ने परमनगर व सरह के ग्राम प्रधानों से वार्ता की। प्रधानों ने बताया यहाँ पहले गोवंश रह चुके हैं। इस पर एसडीएम गम्भीर हुईं और उन्होंने दोनों गौशालाओं को पुन: चालू कराने के लिए आला अधिकारियों को पत्र लिखा। एसडीएम ने बताया इन गौशालाओं के शुरू होने से काफी हद तक आवारा पशुओं पर नियंत्रण होगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की अपने पशुओं को दूध निकालने के बाद आवारा मत छोड़ें। इस समय गेहूं की फसल तैयार है। किसान बड़े परिश्रम से फसल तैयार करता है। आप सब स्वयं किसान हैं तो इसका महत्ता जानते होंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने आवारा पशु़ को गोद लेने पर एक हजार रुपये दिये जाने का वायदा किया था। अभी इसका जीओ नहीं आया है। जीओ आते ही ग्रामीणों को यह सुविधा दी जाएगी।्र
एसडीएम ने कहा कोई भी समस्या सामूहिक प्रयास के बिना हल नहीं हो सकती। हमें फसलों की भी रक्षा करनी है और पशुओं को भी संरक्षित रखना है। इसलिए ऐसे कार्य किए जाएं जिससे दोनों सुरक्षित रह सकें। एसडीएम ने प्रधानों और गौशालाओं के केयरटेंकरों से भी अपील की है कि जब सरकार की ओर से पर्याप्त चारा और सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, तो गोवंशों को वे दी जाएं। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाये। बीमार पशुओं को त्वरित उपचार दिया जाए। जानवर पूरी तरह से मनुष्य पर ही आश्रित हैं। उन्होंने गर्मी में घरों के बाहर और छतों पर पानी रखने की भी अपील की।

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