गिहार बस्ती में अभी भी कमजोर है कानून का डण्डा दो सिपाहियों को पीटा, वर्दी फाड़ी

अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद योगी जी! यहाँ तो कानून के रक्षक ही मार खा रहे हैं, कैसे दुरुस्त होगी कानून व्यवस्था। फर्रुखाबाद में ऐसा ही कुछ हुआ जिस पर यह सवाल खड़े होने लगे हैं कि जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम आदमी का क्या होगा। बीती रात्रि अवैध शराब के कारोबार के लिए बदनाम गिहार बस्ती में गश्त के दौरान दो कानून के रक्षकों को दबंगों ने जमकर पीटा। कोतवाली पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में एफआईआर दर्ज की गयी है पुलिस अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात चीता मोबाइल के सिपाही राजकुमार व विश्वेन्द्र प्रताप सिंह गश्त के लिए शहर कोतवाली के लकुला गिहार में गश्त करने गये हुए थे। उसी दौरान सिपाहियों ने लकूला निवासी बुद्धपाल पुत्र जोगेंद्र की तलाशी लेने की कोशिश की तो बुद्धपाल ने अपने दो-तीन साथियों के साथ सिपाहियों पर हमला बोल दिया। दोनों सिपाहियों को दबंगों ने जमकर पीटा। उनकी वर्दी फाड़ दी, नेम प्लेट नोच ली। इतना ही नहीं उसी दौरान एक महिला ने आकर सिपाहियों को फर्जी मुकदमे में फँसाने की धमकी दी। असहाय और लाचार कानून के रक्षकों ने वहाँ से निकल भागना ही उचित समझा। घटना को अंजाम देकर दबंग भी फरार हो गये। अब पुलिस ने कोतवाली में घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सवाल इस बात का है, क्या इतना लचर है कानून जो दबंगों पर काबू नहीं पा सका। गिहार बस्ती में लाख कोशिशों के बावजूद अवैध शराब का व्यवसाय चलता है। वहाँ के कई लोग अन्य आपराधिक वारदातों में भी संलिप्त रहते हैं।