Uttarpradesh

बड़े ताप बिजली घरों से वाहन हटाए जाने पर विद्युत उत्पादन ठप होने या उस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का सारा उत्तरदायित्व निगम प्रबंधन का होगा-अभियन्ता संघ

 गौरव शुक्ला की रिपोर्ट

लखनऊ-उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ ने विद्युत उत्पादन निगम के चेयरमैन एम देवराज द्वारा ताप विद्युत गृहों एवं परियोजनाओं से बड़े पैमाने पर वाहन हटाए जाने के निर्देश पर कड़ा एतराज जाहिर करते हुए सचेत किया है कि यदि वृहद ताप बिजली घरों से वाहन हटाए गए तो इससे उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों और बिजली उत्पादन पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव का सारा उत्तरदायित्व प्रबंधन का होगा।अभियंता संघ के महासचिव प्रभात सिंह ने उत्पादन निगम के चेयरमैन एम देवराज को प्रेषित पत्र में लिखा है कि सुदूर अंचलों में स्थित ताप बिजली घरों में प्रदत्त वाहन कर्मचारियों के सैर सपाटे के लिए नहीं है, अपितु इनका प्रयोग सामान्य और आकस्मिक अनुरक्षण कार्य हेतु कई किलोमीटर दूर स्थित कॉलोनी से कर्मचारियों को लाने ले जाने हेतु किया जाता है। उल्लेखनीय है कि रात बिरात बिजली घरों में किसी आकस्मिक आवश्यकता पर वाहन न होने पर अनुरक्षण कार्य हेतु कर्मचारी नहीं आ पाएंगे तो इससे बिजली उत्पादन ठप होने या प्रभावित होने की पूरी संभावना बनी रहेगी। साथ ही निर्माणाधीन वृहद ताप विद्युत परियोजनाओं में निर्माण की प्रक्रिया के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने हेतु वाहन की महती आवश्यकता होती है।जवाहरपुर ताप विद्युत परियोजना से वाहन हटाए जाने के बाद निर्माण की प्रगति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना निश्चित है। चेयरमैन एम देवराज के वाहन हटाने के आदेश से ना केवल बिजली उत्पादन प्रभावित होगा अपितु कोरोना काल के दौरान सैकड़ों ड्राइवरों एवं उनके परिवार के लिए आजीविका का संकट उत्पन्न हो जाएगा।उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि वे तत्काल हस्तक्षेप करने की कृपा करें जिससे आदर्श आचात संहिता के दौरान बिजली निगमों मे प्रबंधन द्वारा किये जा रहे मनमाने आदेश रुक सकें।
-प्रभात सिंह
महासचिव,उ०प्र०रा०वि०प०
अभियंता संघ

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