होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल में सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन

मुज़फ्फरनगर होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में एक कैरियर मार्गदर्शन और परामर्श मेले का आयोजन नेहरू युवा केन्द्र मुजफ्फरनगर द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ महर्षि व आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती के सम्मुख मुख्य अतिथि एवं मुख्यवक्ता समृद्धि त्यागी, विशिष्ट अतिथि सुशील कुमार जिला समन्वयक बालिका शिक्षा विभाग, सन्नी कुमार, विशिष्ट अतिथि डॉ0 राजीव कुमार, सदस्य बाल कल्याण समिति, रीटा दहिया, प्रबन्धक, संजीव कुमार बेसिक शिक्षा विभाग, मनोवैज्ञानिक नेहा, प्रीति कुमारी और प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
सर्वप्रथम विशिष्ट अतिथि डॉ0 राजीव कुमार ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज स्वामी दयानन्द सरस्वती के जन्मदिवस के उपलक्ष में यह कैरियर मार्गदर्शक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिन्होंने समाज में फैली कुरितियों, बाल-विवाह, शति प्रथा, पाखण्ड आदि का विरोध किया और समाज को एक सही मार्गदर्शन दिया। आज के मुख्य वक्ता सुश्री समृद्धि त्यागी ने अपने सम्बोधन को अब्राहम लिंकन के एक श्लोगन के माध्यम से आरम्भ किया, जिसका अर्थ था कि यदि मुझे किसी वृक्ष को काटने के लिए छः घण्टे दिये जाये तो मैं पहले चार घण्टों में अपने कुल्हाडी को धार लगाउंगा। इसी प्रकार हमें अपने कैरियर को चुनने से पहले बहुत सी चीजों को जानना अति आवश्यक है। उन्होंने व्यवसाय और कैरियर में अन्तर को बहुत ही सुन्दर ढंग से परिभाषित भी किया। उन्होंने बताया कि आपको किसी भी कैरियर को चुनने के लिए सर्वप्रथम उसके बारे में समस्त जानकारी एकत्र करनी चाहिए क्योंकि आप ये निर्णय ही नहीं ले पाते कि आयु सीमा सीमित है और यह सीमा निकलने के बाद आप अपनी इच्छाओं से समझौता करते है। प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया कि बच्चों को अपने कैरियर के लिए स्वयं की रूचि से उसी कैरियर को चुनना चाहिए जो भविष्य में स्वयं की प्रतिभा को दिखाने का अवसर प्राप्त कराता है।
सभी बच्चों को नेहरू युवा केन्द्र मुजफ्फरनगर की ओर से कैरियर और मार्गदर्शन एवं परामर्श मेले में सम्मिलित होने के लिए प्रमाण-पत्र अतिथियों द्वारा प्रदान किये गये। कार्यक्रम को सफल बनाने में आजाद सिंह, धीरज बालियान, रीना चौहान, रजनी शर्मा एवं सचिन कश्यप का विशेष सहयोग रहा