जनपद की सभी सीटो पर है अलग -अलग राजनैतिक समीकरण

उन्नाव
जनपद में दो निर्दलीय प्रत्याशियों के पर्चा वापस लेने के बाद चुनावी दंगल में जिले की छह विधानसभा सीटों पर 57 प्रत्याशी बचे हैं। पुरवा में सबसे ज्यादा 13 प्रत्याशी हैं जबकि सफीपुर में सबसे कम सात प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। अगर सभी 6 विधानसभा का इतिहास देखा जाए तो हर जगह अलग समीकरण बन रहे है अगर बात की जाए जनपद के सुरक्षित विधानसभा सीट मोहान विधानसभा की तो यहाँ भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे 2017 विधानसभा चुनाव में विजयी रहे बृजेश रावत के लिए राह आसान होने वाली नहीं है ।अगर बात किया जाए बृजेश रावत के 5 साल में विकास कार्यों की तो बृजेश रावत के विकास कार्यों से जनता में ऐसी नाराजगी देखने को मिली कि जनता ने आचार संहिता लगने से पूर्व उनकी विगत दिवस चौराहों पर लगे पोस्टरों को फाड़ा, होल्डिंग फाड़ी रैली निकालकर योगी ,मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए गालियों से नवाजा और इसके सोशल मीडिया में खूब वीडियो वायरल हुए। मोहान विधानसभा सीट से बृजेश रावत नामांकन कराने आए तो पत्रकारो ने बीजेपी प्रत्याशी बृजेश रॉवत से जनता के आक्रोशित होने एंव होल्डिंग फाडे जाने के सम्बंध में पूछा तो विधायक जी यह कहते हुए नजर आएं की जनता उनके साथ है जनता ने होल्डिंग नही फाड़ी बल्कि उनकी होल्डिंग हवा से फटी हुई है।जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वॉयरल हो रहा है। अगर आंकड़ों की बात किया जाए तो 2017 के विधानसभा चुनाव में बृजेश रावत ने बीजेपी के टिकट इस सीट पर विजय हासिल किया था लेकिन 2017 के लोकसभा चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा ना करें एवं अपने लचर कार्यशैली के चलते जनता में मोहान विधानसभा में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है जहां एक ओर मोहान विधानसभा सीट से सपा ने डॉक्टर आंचल वर्मा को टिकट दिया है तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने भी मधु रावत को टिकट दिया है वहीं, बसपा ने सेवक लाल को प्रत्याशी बनाया है।सेवक लाल पूर्व बसपा विधायक राधेलाल के चचेरे भाई हैं इनकी पत्नी सोना रावत हसनगंज से दो बार ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं और सेवक लाल खुद कस्टम विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। जहाँ प्रत्याशी इस सुरक्षित सीट पर अपना भाग्य आजमा रहे है। वही बीजेपी प्रत्याशी बृजेश रॉवत की इज्जत भारी आक्रोश के बाद दाव में लगी हुई है।
जनपद की बांगरमऊ विधानसभा सीट सत्ताधारी भाजपा के साथ सपा, बसपा और कांग्रेस के लिए काफी अहम मानी जा रही है। वर्ष 1962 से अस्तित्व में आई बांगरमऊ विधानसभा में अब तक 16 चुनाव हो चुके हैं। वैसे भारतीय जनता पार्टी के लिए इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना एक सपना ही रहा। लेकिन 2017 में सर्जिकल स्ट्राइक और मोदी के मिले-जुले असर ने 2017 में अभेद्य साबित हो रहे इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार कुलदीप सिंह सेंगर ने कमल खिलाया था ।कुलदीप सिंह सेंगर को माखी रेप कांड में सजा होने के बाद उनकी विधायकी गई तो 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा के ही श्रीकांत कटियार विजयी हुए थे यहाँ कांग्रेस पार्टी ने दुबारा आरती बाजपेई पर भरोसा जताया है आरती बाजपेई 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार थी और दूसरे नम्बर पर रही थी सपा ने मुन्ना अल्वी , बसपा ने राम शंकर पाल, आप पार्टी ने सत्येंद्र पर भरोसा जताया है लेकिन मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते यहाँ भी मुकाबला त्रिस्तरीय होने वाला है।पुरवा विधानसभा सीट पर 2017 में विधानसभा चुनावो में यहां से भाजपा ने राकेश चंद्र उत्तम लोधी को टिकट दिया था। उन्हें पिछले चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे अनिल सिंह ने हराया था और बाद में वह भाजपा में वह भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन उत्तमचंद लोधी के दुबारा बीजेपी में वापसी के बाद अब यहाँ सपा से पूर्व विद्यायक रहे उदयराज यादव और भाजपा से अनिल सिंह में सीधी टक्कर है कांग्रेस पार्टी ने पुरवा विधानसभा सीट से मशहूर शायर मुन्नवर राणा की बेटी उरुषा इमरान राणा को टिकट दिया है, बसपा ने विनोद त्रिपाठी और आप पार्टी ने कुलदीप।यादव को टिकट दिया है अगर टक्कर की बात की जाए तो मुख्य मुकाबला सीधे तौर पर सपा के उदयराज यादव और भाजपा के अनिल सिंह के बीच होगा। जनपद की सबसे चर्चित रही सीट भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने आशुतोष शुक्ला को टिकट दिया है सूत्रों की माने तो आशुतोष शुक्ला को टिकट दिलवाने में उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। बसपा ने ब्रजकिशोर वर्मा, सपा ने अंकित परिहार, कांग्रेस ने अपने नेता जंगबहादुर सिंह व आप ने बीजेपी छोड़कर पार्टी में आये बॉलीवुड अभिनेता नवीन शर्मा को टिकट दिया है यहाँ मुकाबला त्रिकोणीय होने वाला है।
उन्नाव सदर सीट से प्रत्याशी बनाए गए पंकज गुप्ता लगातार दो बार से विधायक हैं। इससे पहले 2012 के आम चुनाव में इस सीट से पंकज गुप्ता रनर रहे थे। पंकज नगर पालिका परिषद उन्नाव के चेयरमैन भी रह चुके हैं। पंकज गुप्ता ने 2014 लोकसभा चुनाव के साथ हुए विधानसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी मनीषा दीपक को हराया था। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भी मोदी लहर में पंकज गुप्ता ने प्रतिद्वंदी दिवंगत सपा नेत्री मनीषा दीपक को 46072 मतों से हराया था। पंकज को 119669 और मनीषा को 73597 वोट मिले थे।इस बार सपा ने अपना प्रत्याशी दिवंगत सपा नेता दीपक कुमार एवं सपा नेत्री मनीषा दीपक के बेटे अभिनव कुमार को टिकट दिया है जो पहली बार अपना भाग्य आजमाएंगे ।
भाजपा से सफीपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बने बंबालाल दिवाकर है जिन्होंने पहली बार भाजपा से 2017 में जीत का परचम लहराया था। यहाँ सपा ने पूर्व मंत्री सुधीर रॉवत, बसपा ने युवा प्रत्याशी राजेंद्र गौतम और कांग्रेस ने शंकर लाल गौतम को टिकट दिया है अगर समीकरण की बात किया जाए तो क्षेत्र में बीजेपी विद्यायक बम्बालाल दिवाकर के कार्यो से नाराज जनता उलटफेर करने के मूड में दिखाई दे रही है यहाँ राजनीति के क्षेत्र में सपा पार्टी में चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व मंत्री सुधीर रॉवत बाजी मार सकते है वह सपा सरकार में मंत्री भी रह चुके पार्टी में सुधीर रॉवत का कद और उनका राजनैतिक अनुभव उनको मजबूत करता है।