Uttarpradesh

सरकारी धन को हड़पने के लिए बदल ली गई जाती एक अनोखा खेल

मोहित गुप्ता की रिपोर्ट

हरदोई जनपद में पता नही ऐसी कितनी ग्रामपंचायत है जो भ्रष्टाचार में डूबी है इन ग्रामपंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत भी हुई लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने शिकायत पर कार्यवाही करने के बजाए मोटी रकम लेकर भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल दिया जैसे पड़री,अहिरोरी,मरई,के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल दिया गया
आज के प्रकरण से समझा जा सकता है कि किस प्रकार सत्ता के संरक्षण में जनता के पैसे को हरदोई जिले की ब्लाक सुरसा की ग्रामपंचायत कमरौली में जमकर लूटा जा रहा है।अभी पूर्व में कुछ दिन पहले ग्रामपंचायत कमरौली की कैटल सेट में हुए भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित हुई थी हालांकि इस प्रकरण को जिम्मेदारो ने लेदेकर ठंडे बस्ते में डाल दिया।
अब एक नया भ्रष्टाचार सामने आया है सरकार की योजना मनरेगा में जमकर भ्रष्टाचार किया गया। ग्रामपंचायत कमरौली की ग्रामप्रधान आरती द्विवेदी है आरती द्विवेदी के पति हर्षित द्विवेदी व ससुर कौशल किशोर मनरेगा में मजदूर है व हजारों रुपये दिहाड़ी प्राप्त कर चुके है अगर गहनता से जांच हो जाये तो ज्यादातर मनरेगा के दिहाड़ी मजदूर ग्रामप्रधान के घर के निकलेंगे।
सरकारी धन को हड़पने के लिए जाति तक बदल ली गई सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब हर्षित द्विवेदी व उनके पिता कौशल किशोर ब्राह्मण जाति से आते है तो आखिर जिम्मेदारो ने किस दस्ताबेजो के आधार पर जाति एससी फीड कर दी।
आज के प्रकरण से समझा जा सकता है कि सत्ताधारी नेताओ के संरक्षण में अधिकारियों की मिलीभगत से ग्रामपंचायत कमरौली में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।और सरकारी धन का आपस मे बन्दरवाट किया जा रहा है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी हरदोई से  इस भ्रष्टाचार की शिकायत की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक जनता के लाखों लाख रुपये फर्जी बिल बाउचर लगा कर व रसूखदार लोगो को मनरेगा का दिहाड़ी मजदूर दिखाकर सत्ता के संरक्षण में अधिकारियों की मिलीभगत से हड़पा जा चुका है।

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