Uttarpradesh

सूत्रों की जानकारी कई विधायको की बदली जा सकती है विधानसभा कई विधायको के कट सकते है टिकट

मोहित गुप्ता की रिपोर्ट

हरदोई जनपद मे आज कल चुनावी मैदान सर्दी मे गर्मी पकड़ रहा है आज की खबर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आधारित है 
 हरदोई के कुल आठ विधानसभा है हरदोई सदर,शाहाबाद,बालामऊ, संडीला, सवायजपुर, सांडी,मल्लावा,गोपामऊ
 हरदौई सदर सीट से नितिन अग्रवाल विधायक है नितिन अग्रवाल वर्ष 2017 में भाजपा की सुनामी के बाबजूद अपनी लोकप्रियता के कारण सपा से चुनाव जीते थे सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नितिन अग्रवाल को सदर सीट से व  रामपाल वर्मा को बालामऊ से  भाजपा 2022 में टिकट देगी इस बात पर कोई संशय नही है शाहाबाद से रजनी तिवारी विधायक है लेकिन इस सीट पर टिकट वितरण को लेकर भाजपा असमंजस में है एक तरफ प्रवल दावेदार भाजपा के सच्चे सिपाही अखिलेश पाठक है तो दूसरी तरफ सिटिंग विधायक कैंडिडेट रजनी तिवारी है व राज्यसभा सांसद अशोक बाजपेई के भाई भुल्लन बाजपेई है।अखिलेश पाठक को वर्ष 2017 में टिकट नही दिया गया था उसके बाबजूद वह भाजपा की नीतियों का प्रचार प्रसार करते रहे।वर्ष 2017 में रजनी तिवारी खुद के बजूद या अपनी लोकप्रियता के कारण चुनाव नही जीती थी बल्कि भाजपा की हवा में महज कुछ हजार वोटो से ही चुनाव जीती थी।यह जीत तब हो पाई थी जब योगी आदित्यनाथ ने वोटिंग से कुछ दिन पहले ही शाहाबाद में रैली करके माहौल को बदला था लेकिन इस बार रजनी तिवारी का टिकट काटा जा सकता है ।लेकिन अखिलेश पाठक व भुल्लन बाजपेई में से किसको टिकट दिया जाए इस बात पर मंथन जारी है लेकिन अखिलेश पाठक के त्याग व पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण अखिलेश पाठक को भाजपा टिकट दे सकती है।
सवायजपुर से माधवेन्द्र सिंह रानू विधायक है लेकिन सिटिंग विधायक से ब्राह्मण समाज नाराज है और कांग्रेस एक क्षत्रिय प्रत्यासी को व बसपा ब्राह्मण प्रत्यासी को टिकट देगी इसकी संभावना प्रबल है। इस कारण अगर भाजपा अपने सिटिंग विधायक को टिकट देती है तो ठाकुर वोट कांग्रेस व भाजपा में बंट जाएगा और नाराज ब्राह्मण सपा या बसपा में न चला जाये इस कारण इस सीट से शाहाबाद की विधायिका रजनी तिवारी को भाजपा टिकट दे सकती है क्योंकि रजनी तिवारी अपने सौम्य व्यवहार व लोकप्रियता के कारण आसानी से चुनाव जीत सकती है व सिटिंग विधायक माधवेन्द्र सिंह रानू को दूसरे जिले से टिकट दे सकती है जिस जिले की सीमाएं सवायजपुर विधानसभा से टच करती हो क्योकि माधवेन्द्र सिंह रानू एक स्वच्छ छबि के नेता है
मल्लावा विधानसभा से आशीष सिंह आशु विधायक है।यह विधायक जी भाजपा की हवा पर चुनाव जीते थे।आशीष सिंह हर मोर्चे पर विफल साबित हुए है  इस कारण इन विधायक जी का टिकट भाजपा काट सकती है व सतीस वर्मा को टिकट दिया जा सकता है।
सांडी विधानसभा के विधायक प्रभास कुमार को गोपामऊ से टिकट दिया जा सकता सिटिंग विधायक श्यामप्रकाश को सांडी से टिकट दिया जा सकता है या श्यामप्रकाश का टिकट काटा जा सकता है क्योंकि सरकार की छबि को लेकर विधायक जी पूर्व में जमकर ज्ञान दिया दे चुके है जिस ज्ञान के चलते सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। सांडी से पीके वर्मा को भी टिकट दिया जा सकता है हालांकि पीके वर्मा ने कोई आवेदन नही किया है लेकिन पार्टी पीके वर्मा के नाम पर विचार कर सकती है ।

संडीला से राजकुमार अग्रवाल राजिया का टिकट कटना तय है सपा के महावीर प्रसाद की पत्नी भाजपा में आ चुकी है इस कारण भाजपा महावीर प्रसाद की पत्नी या अशोक अग्रवाल को टिकट दे सकती है

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