मुख्यमंत्री ने ज़िले मे किया 8. 93 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण, शुकतीर्थ का नाम सबसे पहले लेकर की धर्मिक स्थलों के विकास की बात

मोरना
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की 642 करोड़ की 488 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ऑन लाइन किया गया। जिसे जनपद के अधिकारियों द्वारा श्री शुकदेव आश्रम, शुकतीर्थ में बड़ी स्क्रीन लगाकर प्रदर्शित किया गया । शुकतीर्थ स्थित श्री शुकदेव आश्रम के वेद व्यास भवन में बड़ी एल ई डी स्क्रीन को स्थापित किया गया। कार्यक्रम मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव की देखरेख में प्रस्तुत किया गया। शुकतीर्थ में सुन्दर प्रवेश द्वार, चार सार्वजनिक शौचालय, एक सुन्दर पार्क व आर सी सी सड़क एवं गंगा घाट के निर्माण कार्य पूर्ण होने पर उनका लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया ।
मुख्यमंत्री ने शुकतीर्थ आगमन के दौरान इन योजनाओं का शिलान्यास किया था। आज लोकार्पण के अवसर भागवत पीठाधीस्वर स्वामी ओमानन्द जी महाराज ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक भारत देश के यशस्वी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के सबसे बड़े महत्वपूर्ण प्रांत उत्तर प्रदेश मे कर्मठ, यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तर प्रदेश को विकास के उच्च स्तर पर ले जाने का सराहनीय तथा स्तुत्य कार्य किया है। इसके लिए प्रदेशवासी उनके सदैव ऋणी रहेंगे। माननीय मुख्यमंत्री जी ने 14 जुलाई 2019 में परम पूज्य गुरुदेव, तीर्थ के जीर्णोद्धारक शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याणदेव जी महाराज की 15वीं पुण्यतिथि पर पधारकर शुकतीर्थ में 9 करोड रुपए की विकास परियोजनाओं का अपने कर कमलों द्वारा शिलान्यास किया था।
जिनका विधिवत उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा आज संपन्न हुआ। इस पुनीत कार्य के लिए तीर्थवासी, संत-महात्मा, क्षेत्र की जनता तथा देश के कोने-कोने से भागवत जन्मभूमि शुकतीर्थ में पधारने वाले भागवत प्रेमी श्रद्धालु भक्त उनके सदैव आभारी और ऋणी रहेंगे। इस पुनीत कार्य के लिए उनका बहुत बहुत धन्यवाद। हम सभी तीर्थवासी उनके सफल, सुखद, स्वस्थ दीर्घ जीवन के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। इस अवसर पर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अशोक कुमार, स्थानिक अभियंता अर्जुन सिंह कथाव्यास अचल कृष्ण शास्त्री, प्रधानाचार्य गिरीश चन्द उप्रेती, शैलेश चौरसिया, ठाकुर प्रसाद, सुमित, तीर्थ के संत महात्मा आदि मौजूद रहे।