मधुबनी
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी-स्थापना, मधुबनी के कार्यालय में प्रतिनियुक्त रहे जीएमएसएस उच्च विद्यालय, मधुबनी के लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद पर दरभंगा प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक ने बड़ी कार्रवाई की है। मधुबनी के जिला शिक्षा पदाधिकारी की अनुशंसा पर आरडीडीई ने लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही के अधीन कर दिया है। निलंबन अवधि के लिए निलंबित लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद का मुख्यालय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), किलाघाट, दरभंगा निर्धारित किया गया है। डायट, दरभंगा कार्यालय से निर्गत अनुपस्थिति विवरणी के आधार पर निलंबित लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता का भुगतान किया जाएगा। इस संबंध में आरडीडीई ने आदेश जारी कर दिया है।
डीपीओ-स्थापना कार्यालय में प्रतिनियुक्ति के दौरान लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद के द्वारा माध्यमिक, उच्च माध्यमिक नियोजित शिक्षकों को वेतन भुगतान से संबंधित कार्य किया जाता था। इस कार्य के दौरान बैंक को भेजे गए एडवाइस में कई जगहों पर अपना व्यक्तिगत खाता डालकर वित्तीय अनियमितता को अंजाम दिया। जिस कारण आरडीडीई ने लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद को वित्तीय अनियमितता करने, सरकारी राशि गबन करने, धोखाधड़ी करने, कर्तव्य के प्रति लापरवाही व स्वेच्छाचारिता बरतने, सरकारी कर्मचारी के विपरीत आचरण करने आदि प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित होने पर निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही के अधीन कर दिया है। आरडीडीई ने चन्द्र किशोर प्रसाद के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही संचालित करने के लिए दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी को संचालन पदाधिकारी एवं मधुबनी के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी-योजना एवं लेखा को उपस्थापन पदाधिकारी नामित कर दिया है।
आरडीडीई ने संचालन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि उक्त लिपिक के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही का विधिवत संचालन कर जांच रिपोर्ट 45 दिनों के अंदर आरडीडीई कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। आरडीडीई ने संचालन पदाधिकारी को उक्त लिपिक के विरुद्ध प्रपत्र-क में आरोप गठित कर अलग से भेजने की बात कही है। इधर, डीईओ नसीम अहमद ने बताया कि लिपिक चन्द्र किशोर प्रसाद ने डीपीओ-स्थापना, मधुबनी को समर्पित स्पष्टीकरण में अपनी कुकृत्यों को स्वीकार करते हुए 40 लाख रुपये वापस भी कर दिया है।