नई दिल्ली
कई लोग जो कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए हैं, उन सभी में एक लक्षण आम है- और वह है गले में खुजली या इरिटेशन महसूस होना। यूके से आई रिपोर्ट के हिसाब से जो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित हुए हैं उन सभी को गले में खुजली की शिकायत थी।
यह है कोविड-19 महामारी को फैलाने वाले एसआरएस-सीओवी-2 की असली तस्वीर. इसके हर कण का व्यास करीब 80 नैनोमीटर होता है. हर कण में वायरस के जेनेटिक कोड यानी आरएनए की एक गेंद होती है. उसकी रक्षा करता है एक स्पाइक प्रोटीन यानी यानी बाहर की तरफ निकले हुए मुकुट जैसे उभार जिनकी वजह से वायरस को यह नाम मिला. यह वायरस कोरोनावायरस परिवार का एक हिस्सा है, जिसके और भी सदस्य हैं.
कोविड का नया लक्षण
गले में इरिटेशन एक नया लक्षण है, जो कोविड के पुराने वेरिएंट्स में नहीं देखा गया। जैसे डेल्टा वेरिएंट के दौरान लोगों ने गले में ख़राश की शिकायत की थी।
लेकिन ZOE कोविड स्टडी, जिसने हज़ारों कोविड-19 मामलों का विश्लेषण किया है और इसके लक्षणों पर रिपोर्ट जारी की है। उन्होंने पाया कि गले में ख़राश उन लोगों के लिए शीर्ष लक्षणों में से एक है, जो उस समय के आसपास कोविड-19 से संक्रमित थे, जब ओमिक्रोन वेरिएंट प्रसारित होने लगा।
ओमिक्रॉन के लक्षण हल्के
नए शोध से पता चलता है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएं संक्रमित लोगों के लिए कम गंभीर लक्षणों का कारण बनता है, विशेष रूप से अगर वायरस के पिछले वेरिएंट्स से तुलना की जाए।
दक्षिण अफ्रीका जहां पहली बार ओमिक्रॉन वेरिएंट की खोज की गई थी से आई रिपोर्ट्स में पाया गया कि जिन लोगों को वैक्सीन की पूरी डोज़ लग चुकी है, उनमें इसके लक्षण हल्के देखे गए, जबकि यह नया वेरिएंट वैक्सीन से बचकर संक्रमित करने में सक्षम पाया गया है।
दक्षिण अफ़्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी ने ओमाइक्रोन प्रकार की खोज के बाद “बीबीसी संडे” शो में बताया कि रोगियों में “असामान्य लक्षण” थे। इसकी शुरुआत 33 साल के मरीज़ से हुई, जो पिछले कुछ दिनों से भयानक रूप से थकावट महसूस कर रहा था। साथ ही बदन दर्द और थोड़ी सिर दर्द की शिकायत भी की। डॉ. ने बताया कि मरीज़ ने गले में खुजली या इरिटेशन की भी शिकायत की थी।