वाराणसी में पीएम मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इसके लिए भगवान विश्वनाथ मंदिर की गली में कई दुकानों और घरों को तोड़ा गया है। वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है। यहां पर इसके अलावा भी कई विकास परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी की नेता और सांसद जया बच्चन ने सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा कि जिन घरों और दुकानों को तोड़ा गया है, क्या उनके मालिकों को मुआवजा दिया गया है या नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि लाल टोपी से भाजपा इतनी घबड़ा गई है कि एक के बाद एक लगातार उद्घाटन और शिलान्यास में जुटी है।
सांसद जया बच्चन ने कहा, “जैसे यूपी का चुनाव आ रहा है वो लाल टोपी से इतने घबराएं हुए हैं कि फीते पर फीते काट रहें और शिलान्यास कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर को अच्छी तरह बनने के लिए वहां पर जिनकी छोटी-छोटी दुकानें थी उनको आपने तो वहां से हटा दिया। क्या आपने उन्हें मुआवज़ा दिया?: जया बच्चन ने कहा, “जैसे-जैसे यूपी का चुनाव आ रहा है वो लाल टोपी से इतने घबराएं हुए हैं कि फीते पर फीते काट रहें और शिलान्यास कर रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर को अच्छी तरह बनने के लिए वहां पर जिनकी छोटी-छोटी दुकानें थी उनको आपने तो वहां से हटा दिया। क्या आपने उन्हें मुआवज़ा दिया?”
इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी और उनके मुखिया लगातार दावा कर रहे हैं कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूर्व की सपा सरकार के कार्यकाल में पास हुआ था। हालांकि उनके इस दावे पर सीएम योगी ने फैक्ट चेक कराने के बाद गलत साबित होने की बात कही है। भाजपा सरकार ने फैक्ट चेक रिपोर्ट जारी की है।
इंफो उत्तर प्रदेश फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसके बारे में बताया गया है, ”काशी विश्वनाथ धाम के विकास को लेकर 2012 से 2017 के दौरान कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं की गई। पूर्व की सपा सरकार के दौरान श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर प्रस्ताव पास होने का दावा पूर्णतः गलत है। कृपया भ्रामक सूचनाएं सोशल मीडिया पर प्रसारित करने से बचें।” इस फैक्ट चेक में सपा के दावे को ‘फेक’ बताया गया है।
इस पर रविवार को समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल द्वारा एक ट्वीट किया गया था, जिसमें अखिलेश यादव का बयान था, ”काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को समाजवादी सरकार की कैबिनेट ने पास किया था, हम उसके डॉक्यूमेंट देकर अपनी बात से सिद्ध करेंगे।”