शान्तनु कुमार सिंह की रिपोर्ट
बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 103 वाॅ स्थापना दिवस पर युवा लेखक प्रियेश सिंह की पुस्तक युवा परिवेश की रचना तू युवा है की प्रस्तुति लोगों को बहुत पसंद आया। कार्यक्रम मे उपस्थित वरिष्ठ साहित्यकार ने कहा की युवा को इसी तरह की कविता लिखने की जरूरत है जो देश के युवा को जागरूक करे । प्रियेश सिंह जैसे युवा हिन्दी भाषा के उत्थान मे अपना योगदान दे रहे हैं सभी युवा वर्ग को इनकी रचना और पुस्तक को पढ़ना चाहिए। इस कार्यक्रम का शुरुआत करते हुये केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा की हिन्दी-भाषा और साहित्य के उन्नयन में बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का महान अवदान हमें गौरव के भाव से भर देता है। संपूर्ण भारतवर्ष में हिन्दी भाषा के प्रचार में इसका योगदान अभूतपूर्व है।