लखनऊ: चुनावी रणनीति मे वादविवाद थमने का नाम नही ले रहा है । पक्ष और विपक्ष आमने सामने एक दूसरे पर प्रहार जारी रखे हुए हैं ।अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश को योगी सरकार नहीं बल्कि योग्य सरकार चाहिए.अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा सरकार के पास कोई काम नहीं है, भाजपा सरकार सिर्फ नाम बदलना, रंग बदलना, नेम प्लेट बदलवाना, स्टूल पर बिठाना, होर्डिंग लगवाना, गंगा जल छिड़कवाना, कार पलटवाना, फोटो हटवाना, गड्ढों की जगह जेब भरना जानती है.’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ये मिलावट वाले, झूठ बोलने वाले, धुआं उड़ाने वाले और टायर चढ़ाने वाले लोग हैं और जनता इनसे बहुत नाराज है. उत्तर प्रदेश को एक योग्य सरकार चाहिए, योगी सरकार नहीं.’ इस मौके पर सपा मुख्यालय में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेता हरिकिशोर तिवारी, मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद कादिर राना और उनके समर्थकों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की.
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की महंगाई पर सरकार को घेरते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को यह बताना चाहिए कि लखनऊ के साथ-साथ कई जगह पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए प्रति लीटर को क्यों पार कर गईं, जनता को हर चीज महंगी खरीदनी पड़ रही है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘GH इंडेक्स के आंकड़े सामने आए हैं. जो भारत आगे बढ़ रहा था वह आज ग्लोबल हंगर इंडेक्स में पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश से भी पीछे छूट गया है. जो लोग पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना दिखा रहे थे उनके राज में हमारे लोग भूखे सो रहे हैं.’
अखिलेश ने दावा किया, ‘ये आंकड़े निकल कर आए हैं कि सबसे कम वजन के बच्चे भारत में ही होते हैं. सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे अगर कहीं है तो उत्तर प्रदेश में हैं. ये आंकड़े इसलिए हैं क्योंकि भाजपा के लोग गलत रास्ते पर चल रहे हैं. यह वही सरकार है जिसने कहा था कि हम खाने का इंतजाम अच्छा करेंगे.’ गौरतलब है कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 के दायरे में लिए गए 116 देशों में से भारत की रैंकिंग गिरकर 101 हो गई है. 2020 में भारत 94वें पायदान पर था. ताजा इंडेक्स में वह पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों से पीछे हो गया है. अखिलेश ने जातीय जनगणना कराने की मांग दोहराई और कहा कि एक समय कांग्रेस नीत केंद्र सरकार थी तब भी नेता जी (मुलायम सिंह यादव), लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने जातीय जनगणना कराने की मांग की थी.