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बेकार मोबाइल फोन देगा आपको बेशक़ीमती खज़ाना इंटरनेशनल वेस्ट डे पर खास

इंटरनेशनल वेस्ट डे ; 14 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस पर हम आज बेकार हो चुके मोबाइल फोन से निकलने वाले सोने की बात क्यों कर रहे हैं? आज यानी गुरुवार 14 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय ई-वेस्ट दिवस है. आज विशेषज्ञ घरों, दफ्तरों, सरकारों से आह्वान कर रहे हैं कि बेकार हो चुके या इस्तेमाल में नहीं आ रहे प्लग इन या बैटरी से चलने वाले उत्पादों को या तो रिपेयर करवा लें या रिसाइकिल करवाएं. इतने सारे ई-वेस्ट से किसी की किस्मत पलट सकती है, ये तो आप अब तक समझ ही गए होंगे. रिसाइकिल होने से नए संसाधनों की आवश्यकता भी कम पड़ेगी.इस साल वेस्ट इलेक्ट्रॉनिक और विद्युत उपकरणों के पहाड़ (WEEE) का वजन जो कि 57.4 मिलियन टन (5.74 करोड़ टन) है, ग्रेट वॉल ऑफ चाइना से भी ज्यादा होगा. जबकि चीन की दीवार धरती पर बनाई गई सबसे भारी कृत्रिम वस्तु है.

पिछले साल का वैश्विक ई-वेस्ट 5 करोड़ 36 लाख मीट्रिक टन था जो 2019 में उत्पन्न हुआ. साल 2014 के मुकाबले यह 21 फीसद ज्यादा है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि साल 2030 तक ई-वेस्ट 74 मीट्रिक टन पहुंच जाएगा. वैस्विक ई-वेस्ट उत्पादन सालाना 2 मीट्रिक टन (3-4 फीसद) की रफ्तार से बढ़ रहा है. यह सब इलेक्ट्रॉनिक समान का ज्यादा इस्तेमाल के कारण हो रहा है. इसका कारण इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की कम उम्र और रिपेयर न हो पाना है.

यूरोप में की गई एक स्टडी के अनुसार हर घर में इस्तेमाल होने वाले 72 इलेक्ट्रॉनिक समानों में से 11 या तो अब इस्तेमाल नहीं हो रहे हैं या टूटे हुए हैं. इसके अलावा एक अनुमान के अनुसार फ्रांस के घरों में 54 से 113 मिलियन मोबाइल फोन घर की दराजों में बंद पड़े हैं, जिनका वजन 10 से 20 टन के बीच होगा.

अमेरिका में खराब हो चुके बहुत से मोबाइल फोन को रिसाइकिल किया जाता है, इसके बावजूद ईपीए का अनुमान है कि हर साल 15 लाख से ज्यादा फोन यानी प्रतिदिन 4 लाख 16 हजार फोन लैंडफिल में फेंके जाते हैं. अनुमान के मुताबिक अमेरिका के लैंडफिल में आने वाले हेवी मेटल में से 40 फीसद फेंके गए इलेक्ट्रॉनिक समानों से प्राप्त होता है.

बोन में मौजूद UNITAR के दफ्तर में SCYCLE प्रोग्राम के डायरेक्टर और हेड रुडाइगर क्वेर कहते हैं, एक टन कच्चे सोने की तुलना में एक टन मोबाइल फोन से ज्यादा सोना निकलता है. उन्होंने बताया कि एक 10 लाख मोबाइल फोन से 24 किलो सोना, 16 हजार किलो कॉपर, 350 किलो चांदी और 14 किलो पलेडियम प्राप्त होता है. यदि हम इनको रिसाइकिल न करें तो हैं और ज्यादा इन मेटल की जरूरत होगी, जसके लिए हम पर्यावरण को और नुकसान पहुंचाएंगे. जबकि रिसाइकिल करके हम इनका फिर से इस्तेमाल कर सकते हैं. कुल मिलाकर इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट से सोने और अन्य मेटल को निकालकर रिसाइकिल करके हम कार्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम कर सकते हैं.

 

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