डिलेश्वर प्रसाद साहू की रिपोर्ट
धमतरी – देश का सबसे बड़ा प्रदेश उत्तर प्रदेश ,गंगा जमुना सरस्वती की पवित्र धारा ,व देव् भुमि ,हिदू तीर्थ जहाँ है प्राणों से प्यारा।हिंदू मुस्लिम, सीख ,ईसाई आपस में भाई भाई की तहजीब ऐसे हमारे उत्तर प्रदेश की पवित्र धरती लखीमपुर खीरी में घटित घटना की घोर निन्दा करते हुए संयुक्त सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी लक्ष्मीकांता साहू व हेमन्त साहू उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी धमतरी ने कहा कि योगी व मोदी सरकार की नीति अग्रेजो की दमन कारी नीति की यादों को सहर्ष ताजा कर देती है।जब हमारा भारत वर्ष अंग्रेजो के अधीन थे व ग़ुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए थे । अंग्रेज अपने दमनकारी शासन से स्वतंत्रता के सिपाहियों पर कालापानी की सजा, जलियांवाला बाग हत्याकांड, व फूट डालो राज करो कि नीति से देश के लोगों को सिर्फ और सिर्फ लड़ाने , अत्याचार , तानाशाह, क्रूर से क्रूरतम शासन कर हजारो लाखो लोगो के प्राण तक लेने का प्रयास करते रहे । आगे हेमंत साहू ने कहा कि देश की आजादी 15 अगस्त 1947 के पहले हम गुलाम थे।लेकिन आज हम स्वतंत्र भारत के नागरिक है , व हर भारत वाशी को भारत देश के सविंधान ने उनको अपना मौलिक अधिकार दिया हुआ है।जिस अधिकार के तहत हम सभी नागरिक अपनी हक की लड़ाई लड़ सकते हैं।
इसलिए पूरे देश सहित लखीमपुर खीरी के किसान भाई तीन कृषि काले कानून बिल का विरोध कर रहे थे।हमारे देश के अन्नदाता किसान शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर थे लेकिन। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र द्वारा किसान भाइयों के ऊपर
वाहन चढ़ाना भाजपा का सबसे क्रूरतम व्यवहार को दर्शाता है।मंत्री के पुत्र के ऊपर तत्काल हत्या का केस दर्ज करने की मांग करते हैं।
जिसकेे कारण कई चिराग समय से पहले बूझ गए। तीन कृषि काले कानून के विरोध में
देश के किसान अपने मौलिक अधिकारों के तहत पिछले 11 महीने से केंद्र की मोदी सरकार से मांग कर रहे हैं।लेकिन मोदी व योगी सरकार अंग्रेजो की तरह नीति अपना कर किसान साथियों के ऊपर अत्याचार कर हमारी मांगो को लगातार कुचलने का प्रयास किया जा रहा है ।जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मोदी जी समय रहते अपने अहंकार को त्याग कर किसान हित मे तीनों कृषि काले कानून बिल को वापस ले व किसानों भाइयों के हत्यारों को फाँसी दो।
आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे है , ये हम सब का देश है,
व इसी देश के वासियों ने आपको प्रधानमंत्री बनाया है, इसलिए किसानों के हित मे हम मांग करते हैं। हमारी मांगे पूरी हो।
ये पूरे देश वाशियों की मांग हैं।
देश हित मे , सबका हित हैं ।