रांची: लातेहार में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये थे उनका आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें चौपर से बिहार ले जाया गया है। इससे पूर्व़ रातू के टेंडर ग्राम स्थित झारखंड जगुआर के मुख्यालय परिसर में शहीद डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर राजेश की पत्नी, बच्चे व अन्य स्वजन भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी डिप्टी कमांडेंट को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने राजेश की पत्नी व परिजनों से बातचीत की। सीएम इस मौके पर कुछ नहीं बोले और न ही मीडिया से बातचीत की। उन्होंने सिर्फ पुष्पचक्र अर्पित किया और श्रद्धांजलि दी। थोड़ी देर परिजन से बात करने के बाद निकल गए। बताया गया कि राजेश कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिहार के मुंगेर जिला ले जाया जाएगा। वहीं पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद डिप्टी कमांडेंट का शव मुंगेर स्थित उनके पैतृक गांव ले जाने के लिए चौपर उड़ान भर चुका है। वहीं पर अंत्येष्टि होगी। शव चौपर से ले जाया जा रहा है। इससे पूर्व झारखंड सरकार का एक चौपर और एयरफोर्स का एक अन्य चौपर लाया गया। मौसम खराब होने की वजह से एयरफोर्स के चौपर को आने में देर हुई। शहीद का शव चौपर से मुंगेर भेजा गया। इसके बाद उनके परिजनों को लेकर दूसरे चौपर ने उड़ान भरी।
शहीद डिप्टी कमांडेंट की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें दो गोलियां लगी थी। एक गोली दाहिनी तरफ छाती में लगी और बायीं तरफ से निकली। इसी गोली से हृदय और फेफड़ा क्षतिग्रस्त हुआ। इसके चलते डिप्टी कमांडेंट राजेश की मौके पर ही मौत हुई। दूसरी गोली दाहिने जांघ में आरपार होकर निकल गई
इधर, मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादी की पहचान हो गई है। उसका नाम कुंदन कुमार लेस्लीगंज के जेठा गांव निवासी है। पुलिस का इलाके में सर्च अभियान जारी है। सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर, जिला पुलिस बल के जवान इसमें शामिल हैं। सलैया, डोमाखाड़, कोने, ओरया समेत कई गांव और जंगलों में भारी संख्या में पुलिस टीम अभियान चला रही है।