28 सितम्बर किसान महापंचायत राजिम होगा ऐतिहासिक अधिवक्ता शत्रुहन साहू

डिलेश्वर प्रसाद साहू की रिपोर्ट
धमतरी – न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी कानून एवं तीनों कृषि कानून की वापसी की मांग को लेकर विगत 10 माह से दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन इस सदी का विश्व का सबसे लंबा और ऐतिहासिक आंदोलन है जो पूरे देश के किसानों के साथ ही सभी वर्गों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। खेती बचाओ आंदोलन समिति धमतरी के संस्थापक एवं जाने माने किसान नेता अधिवक्ता शत्रुहन साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से संबद्ध खेती बचाओ आंदोलन समिति धमतरी छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न किसान संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में देश के हृदय स्थल छत्तीसगढ़ के राजिम में 28 तारीख को होने वाली किसानों की ऐतिहासिक ”महापंचायत” में राकेश टिकैत समेत कई दिग्गज किसान नेता शिरकत करने वाले हैं। यूं तो छत्तीसगढ के धमतरी में पिछले एक साल से खेती बचाओ आंदोलन समिति धमतरी के बैनर तले तीनों कृषि कानूनों” के विरोध एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी कानून की मांग सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर अनवरत आंदोलन जारी है जिसमें 14 दिसम्बर 2020 को धमतरी व 22 दिसम्बर 2020 को कुरूद के स्थानीय विधायक, 27 दिसम्बर 2020 को महासमुंद लोकसभा के सांसद , 12 जनवरी को पूर्व मुख्यमंत्री छ.ग. एवं 23 जनवरी को राजधानी रायपुर में विशाल ट्रैक्टर रैली निकाल कर राज्यपाल का घेराव है संगठन के गतिविधियों से प्रभावित होकर 3 जनवरी 2021 को छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने समिति के संस्थापक अधिवक्ता शत्रुहन साहू को रायपुर बुलाकर उन्हें छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल में शामिल किया इस प्रकार छत्तीसगढ़ में होने जा रही पहली किसान महापंचायत के आयोजन के निर्णायक सूत्र भी धमतरी से ही जुड़े हुए हैं। बहरहाल छत्तीसगढ़ के राजिम में 28 सितम्बर को होने वाली इस किसान महापंचायत पर प्रदेश ही नहीं पूरे देश की नजरें टिकी हुई है। इस सिलसिले में श्री साहू ने कहा कि पहले किसान महापंचायत 28 मई को धमतरी में करने की तैयारी थी, किंतु कोरोना महामारी से पूरे प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन हो जाने के कारण उसे निरस्त करना पड़ा जो अब 28 सितम्बर को छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के किसान नेताओं के संयुक्त विचार पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त छत्तीसगढ़ के प्रयाग राजिम में रखा गया है जिसे सफल बनाने विभिन्न किसान नेता टिकेश्वर साहू ,जनकलाल ठाकुर , तेजराम विद्रोही , ठाकुर रामगुलाम , वेंगेन्द्र सोनबेर (साहू) , मदनलाल साहू , रघुनाथ , जागेश्वर (जुगनू) चन्द्राकर , पारसनाथ साहू , रुपन चन्द्राकर , उमाप्रकाश ओझा , गौतम बन्ध्योपाध्याय , भोजलाल नेताम , हेमंत टण्डन , गोविन्द चन्द्राकर , विश्वजीत हारोड़े , ज्ञानी बलजिंदर सिंह ,रिकू रंधावा , नरोत्तम शर्मा ,शरद रणसिंह, विवेक कुमार, राजू शर्मा गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं,।
धमतरी जिला से भी 100 पिकअप एवं अन्य वाहनों से लगभग 5000 पांच हजार से भी अधिक किसान इस महापंचायत में शामिल होने जा रहे हैं अब किसान महापंचायत चाहे सफल हो या असफल किंतु छत्तीसगढ़ प्रदेश की किसान राजनीति में धमतरी के किसानों तथा खेती बचाओ आंदोलन समिति के संस्थापक अधिवक्ता शत्रुहन साहू की महत्वपूर्ण भूमिका से कोई भी इनकार नहीं कर सकता।