स्वर्ग के दर्शन यूं तो बहुत दुर्लभ हैं परंतु पृथ्वी पर कुछ ऐसी जगह हैं जो किसी स्वर्ग से कम नहीं जिसे स्वर्ग देखना हो वह प्राकृतिक दृश्य और और कुदरत के सुंदर नजारों को देखने के लिए अगर इन जगहों की सैर करें तो वह किसी स्वर्ग से कम नहीं यहां की छटा मनमोहक दृश्य आपको अनायास अपनी ओर आकर्षित करते हैं और प्रकृति की गोद में वह आनंद प्राप्त होता है जो सुख दुनिया के बड़े से बड़े ऐशो आराम में नहीं।
हिमाचल प्रदेश उन सुन्दर जगाहों मे एक है। अगर आप हिमाचल घुमने का प्लान बना रहे हैं तो व्यास नदी के किनारे बसा मंडी एक एतिहासिक और खूबसूरत शहर हैसमुद्र तल से 760 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शहर हिमाचल के सबसे तेजी से विकसित होते शहरों में एक है। एक पर्यटन स्थल (Tourist Place) के रूप में मंडी को ‘वाराणसी ऑफ हिल्स’ या ‘छोटी काशी’ या ‘हिमाचल की काशी’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां कई प्राचीन मंदिर हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह शहर किसी जन्नत से कम नहीं है। खूबसूरत पहाड़ियों और झीलों के बीच बसा मंडी देशभर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां घूमने के लिए कई जगहें हैं।
सर्दियों में नीला हो जाता है इस झील का पानी
यह एक बर्फीली झील है, जिसका पानी सर्दियों में नीला और गर्मियों में सफेद रंग का दिखता है। यहां की लोकप्रियता का कारण यहां बना एक तीन मंजिला मंदिर है। पैगोडा शैली में बना यह मंदिर ऋषि पराशर को समर्पित है। आप यहां ट्रेकिंग और कैंपिंग भी कर सकते हैं।
यह मंदिर समुद्र तल से 3,332 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और शोर-शराबे से एकदम मुक्त है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां का मनमोहक नजारा देखने लायक होता है। अगर आप घूमने के लिए मंडी जाएं, तो यह मंदिर एकबार जरूर घूम लें। वहीं बाहरी हिमालय की चोटियों के दक्षिणी क्षेत्र पर स्थित यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता की वजह से सबको मात दे देती है। हनुमान का टिबा या सफेद पर्वत इस पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है। यहां आप मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।यह झील 3,334 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह मंडी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। बर्फ से ढके धौलाधार और बाहु घाटी से घिरी इस झील का नजारा बेहद ही आकर्षक लगता है। इस झील के पास ही कमरुनाग मंदिर है, जो हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता निश्चित रूप से आपका मन मोह लेगी।