देश की सीमा से सटे इलाकों को हमेशा पड़ोसी देशों से हमले की आशंका बनी रहती हैं जिसके कारण इन सीमावर्ती इलाकों मे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाती है यहां के इलाकों पर बने वायु सेना के फॉरवर्ड एयर बेस पर युद्ध के दौरान दुश्मन के फाइटर जेट्स के हमले का खतरा हमेशा बना रहता है. दुश्मन इस कोशिश में रहता है कि रनवे को तबाह कर दिया जाए जिससे हमारे फाइटर जेट्स उड़ान न भर सकें.इसी के मददेनज़र यह फैसला लिया गया है कि वर्तमान में देश के इन हाइवे पर 28पर रनवे बनाए जाएं जिससे कि युद्ध के समय फर्राटा जेट अच्छी उड़ाने भर सकें और उन्हें सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए।
युद्ध के दौरान दुश्मन देश अक्सर देश के महत्वपूर्ण एयरबेस को टारगेट करके उन्हें तबाह करने की कोशिश में रहते हैं जिससे उस देश के फाइटर जेट लैंड और टेकऑफ न करें. एयरबेस तबाह हो जाने की सूरत में देश की एयर फोर्स के लिए हाईवे पर बने रनवे विकल्प के तौर पर काम करते हैं. साथ ही सूत्रों के मुताबिक देश में आपदा के समय इमरजेंसी रेस्क्यू के दौरान हाईवे एयरस्ट्रिप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.भारत सरकार वायु सेना को ऐसे 28 रनवे बना कर देगी जहां से युद्ध के समय उन्हें उड़ान भरने में बहुत आसानी होगी इन रनवे का इस्तेमाल वे किसी भी मुश्किल हालात में कर सकते हैं उडान भरने में उनके लिए काफी सुविधा होगी।
इन सभी एयरस्ट्रिप्स की लंबाई और डिजाइन उस हिसाब से तय की गई हैं जहां बड़े फाइटर एयरक्राफ्ट से लेकर विमान भी उतारे जा सकें. सड़क परिवहन मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि फ्लाइट लैंड करते समय हाईवे को दोनो तरफ से बंद करने से लेकर जरूरी सेफ्टी प्रोटोकॉल का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है जिससे ट्रैफिक बाधित न हो.
इमरजेंसी के हालात में या फिर रेस्क्यू और राहत पहुंचाने के मकसद से नेशनल हाईवे को लैंडिंग एयरस्ट्रिप में बदलने की तैयारी पूरे जोरों पर हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे पर बनाई गईं ऐसी ही दो एयरस्ट्रिप्स आंध्र प्रदेश में बनकर तैयार हो चुकी हैं और पश्चिम बंगाल के अलावा जम्मू-कश्मीर में हाईवे पर एक-एक और एयरस्ट्रिप्स बनाई जा रही हैं.।
नेशनल हाईवे पर ऐसी ही चार एयरस्ट्रिप्स बनाने के टेंडर निकाले गए हैं. जानकारी के मुताबिक कुछ के टेंडर निकाले जा चुके हैं, कुछ की जमीन को अधिग्रहण करने का प्लान चल रहा है तो साथ ही कुछ जगहों पर काम करने की पूरी तैयारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक 28 नेशनल हाईवे हैं जिनपर एयरस्ट्रिप्स बननी हैं.
जम्मू कश्मीर: बनिहाल- श्रीनगर मार्ग पर अवंतिपुरा के पास काम चल रहा हैं. जम्मू-उधमपुर मार्ग में साइट विजिट होनी है.
पंजाब: संगरूर जिले में एनएच 71 पर दोगल दिरवा गांव के पास साइट विजिट होनी है. हरियाणा में सिरसा मार्ग में डबबली के पास टेंडर एक महीने के भीतर हो जाएगा. हिसार में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के पास टेंडर एक महीने में हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद के पास एनएच 24 में साइट विजिट होनी है. इसके अलावा लखनऊ, रायबरेली के बीच और अयोध्या के पास एनएच 27 में साइट विजिट होनी है.
राजस्थान: फलौदी-जैसलमेर और बाड़मेड़-जैसलमेर मार्ग में स्पॉट फाइनल हो गया हैं और टेंडर होने वाला है. इसके साथ ही गंधो-बकासर मार्ग पर निर्माण कार्य चालू है.पश्चिम बंगाल: बालासूर-खड़गपुर में काम चल रहा है. डिगना के पास साइट विजिट होनी है.
बिहार: इस्लामपुर-किशनगंज के पास साइट विजिट होनी है.
गुजरात: राजकोट के दतराना के पास निर्माण का टेंडर हो गया है. द्वारका-माल्या में वर्क ऑर्डर हो गया है, जमिन अधिग्रहण नहीं होने की वजह से काम नहीं हो रहा है. भुज-अंजार मार्ग में साइट विजिट होनी है. सूरत-मुबंइ मार्ग पर साइट विजिट होनी है.।
आंध्र प्रदेश: नेल्लौर के पास निर्माण कार्य चल रहा है. विजयवाड़ा-अंगोर में निर्माण कार्य चल रहा है. राजमूंदरी-विजयवाड़ा मार्ग पर साइट विजिट होनी है.
तामिलनाडु: पुडुचेरी में टेंडर हो गया है. जमीन अधिग्रहण करने नहीं दिया गया और मदुरई मार्ग पर साइट विजिट होनी है.
असम: जोरहाट में शविसागर के पास जमीन का चयन हो गया है और टेंडर होने वाला है. बरकाघाट के पास लोकेशन फाइनल है और टेंडर होने वाला है. नौगांव सेनभोग मार्ग एनएच 27 का टेंडर होने वाला है.
ओडिशा: खगड़पुर-कंजावर मार्ग में साइट विजिट होनी है.।