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बोकारो के लोगों को उड़ान भरने के लिए करना होगा थोड़ा और इंतजार

शेखर की रिपोर्ट

बोकारो के लोगों को उड़ान भरने का सपना कहीं सपना ही ना रह जाए  लोगो को थोड़ा करना होगा और इंतजार आपको बताते जाए कि भारत सरकार की ओर से पड़ रहे दबाव के कारण यह तय हुआ था कि सितंबर से उड़ाने भर सकेगी मगर ऐसा नहीं हो पाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को बोकारो से 72 सीट क्षमता से बड़े विमान नहीं उड़ सकते हैं उन्होंने कहा कि उड़ान के काबिल बिल रनवे नहीं है नहीं बल्कि छोटे विमान के टेक ऑफ करने में भी बाउंड्री वॉल की बाधा है इसके लिए रनवे को छोटा करने का काम चल रहा है आपको बताते जाएगी 31 अक्टूबर तक लंबित सभी निर्माण कार्य व अतिक्रमण को हटाना बहुत ही बड़ी चुनौती है 72 सीट क्षमता के लिहाज से जो रनवे एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तैयार कराया है उसके मुहाने पर बाउंड्री वॉल खड़ी है ऐसे में उड़ान की इजाजत मिलना संभव नहीं है लिहाजा रनवे की लंबाई को कम कर फ्री होल्ड की जगह बनाने का काम किया जा रहा है वही अभी एयरपोर्ट पर रनवे की लंबाई 16 70 मीटर है जिसे 170 मीटर कम किया जा रहा है ऐसे में रनवे महज 15 सौ मीटर ही बचेगा जानकार बताते हैं कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को ढूंढी बाग की ओर से रनवे की लंबाई घटाने पड़ रही है इसका मुख्य कारण थ्रेड होल्ड पॉइंट में तकनीकी दिक्कत का आना है इसके अलावा चारदीवारी के बाहर फनल जोन में बड़े हाई मास्ट लाइट मोबाइल टावर व मांस की दुकान खटाल बड़े बाधक है इन वजह से बड़े हो या छोटे विमान बोकारो के शहर से उड़ाने भरने की भरने में दिक्कतें आ रही है जानकार का कहना है कि मौजूदा रनवे लंबा किए जाने के बजाय छोटा ही किया जा रहा है ऐसे में उड़ान शुरू होने के बाद भविष्य में बड़ी उड़ान की डिमांड बढ़ी तो हाल फिलहाल पूरा कर पाना एयरपोर्ट अधिकारी के बस की बात नहीं होगी बड़ी उड़ान के लिए रणवीर तकरीबन 21 मीटर लंबा होना चाहिए उसके करीब 600 मीटर और 200 मीटर रीडर की जगह की दरकार होगी यह काम पूरा होने में साल 2 साल कम से कम लगेगा ऐसे में सरकार के ऊपर से दबाव पड़ने के चलते 31 अक्टूबर तक एयरपोर्ट अथॉरिटी को करना है काम भारत सरकार 31 अक्टूबर तक 4 बड़े काम बोकारो एयरपोर्ट में शेष रह गए हैं वहीं फायर स्टेशन बनाना अप्रोच रोड बनाना रे से जुड़े रहने के काम जिस जिस में छेड़ होल्ड्स बार पापी लाइट्स आदि का काम हो रहा है जबकि जिला प्रशासन को खटाल मांस विक्रेताओं के साथ झुग्गी झोपड़ी को खाली हटाना होगा जिसके लिए सेल को एक बड़ी चुनौती के रूप में लिया जा रहा है वही एअरबस के लिए दूंदीबाग बाजार को अतिक्रमण मुक्त कराना होगा वरना बोकारो शहर में बनने वाला हवाई अड्डा उपयोगी साबित नहीं हो सकेगा

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