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सुमन सिंह की पुश्तैनी जमीन पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आदिवासी को सामने कर कराया जा रहा जबरन कब्जा

 दीपक कुमार गर्ग की रिपोर्ट

शहडोल :-सुमन सिंह पति रमेश सिंह पिता स्व. विष्णु प्रताप
सिंह निवासी ग्राम बटुरा थाना अमलाई तह. बुढ़ार जिला शहडोल ने
बताया कि मेरी पुस्तैनी भूमि मेरे नाम ग्राम बटुरा पटवारी हल्का
बटुरा तहसील बुढ़ार जिला शहडोल में खसरा क्रमांक 1688/2 रकवा
0.656एवं खसरा क्रमांक 1689 रकवा 2.331 हेक्टेयर की मैं भूमि
स्वामी हूँ एवं उक्त भूमि पर मेरा कब्जा दखल है | आपने बताया कि
मेरे स्वामित्व की भूमि के खसरा क्र. 1688/2रकवा 0.656हेक्टेयर
के अंश भाग रकवा 0.002 हे. में फूल सिंह पिता राममिलन सिंह गोंड़
निवासी ग्राम बटुरा द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है।

न्यायलय तहसीलदार बुढ़ार द्वारा बेदखली का आदेश भी पारित हो चुका है

सुमन सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा न्यायालय तहसीलदार बुढ़ार
के यंहा फूल सिंह के विरुद्ध बेदखली हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया
था। मेरे बेदखली आवेदन को स्वीकार करते हुए न्यायालय तहसीलदार
बुढ़ार द्वारा राजस्व प्रकरण क्रमांक 6-अ 70/2020-21 के माध्यम से
दिनांक 09/07/2021को फूल सिंह को बेदखल करने का आदेश
पारित किया गया | जिसके परिपालन में राजस्व निरिक्षक बुढ़ार द्वारा
बाद ग्रस्त भूमि पर कब्जा दिलाने के लिए मौके पर पहुंचे तब फूल सिंह
और उसके अन्य सहयोगी जो मेरे से द्वेष की भावना रखते हैं वे लोग
कब्जा दिलाने की कार्यवाही में व्यवधान उतपन्न कर शासकीय कार्य में
बाधा पहुंचाए हैं जो एक अपराध की श्रेणी में आता है । वहीं दूसरी
ओर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिनांक 09/07/2021को मेरे विरुद्ध झूठी
अफवाह फैलाने का प्रयास किया गया कि सुमन सिंह द्वारा अपने रसूख
और पैसे के दम पर आदिवासी फूल सिंह की भूमि पर भेजा कब्जा कर
रही हूँ। जबकि सच्चाई ये है कि वाद ग्रस्त भूमि के आस पास फूल सिंह नामक व्यक्ति की कोई भूमिका है ही नहीं।

झूठी अफवाह फैलाने से मैं हुई मानसिक राजनीतक आहत

सुमन सिंह ने बताया है कि फूल सिंह और मेरे से द्वेष रखने वालों
द्वारा जो झूठी खबर फैलाई गई है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से कि
सुमन सिंह द्वारा आदिवासी की जमीन में कब्जा किया जा रहा है । सच्चाई
यह है कि वाद ग्रस्त भूमि के आस पास कोई फूल सिंह नाम का भूमि स्वामी
है ही नहीं। सुमन सिंह द्वारा अपनी पुस्तैनी भूमि जिसकी सुमन सिंह
भूस्वामी है जिसमें कब्जा दखल के आधार पर सुमन सिंह खेती बाड़ी कर
रही है। इसी वर्ष मार्च 2021 में अपनी भूमि का सीमांकन भी कराया गया
है । इसके बाद भी जो फूल सिंह और मेरे से द्वेष रखने वाले इलेक्ट्रॉनिक
मीडिया का झूठा सहारा लेकर जिस तरह से भ्रामक और झूठी अफवाह
फैलाई गई है की सुमन सिंह द्वारा आदिवासी की जमीन अनाधिकृत रूप
से कब्जा कर रहीं है । और चंद रुपये की लालच में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के
लोग खबर को आग की तरह फैलाने का काम कर दिए हैं। जिस कारण मुझे
राजनैतिक, मानसिक, शारीरिक क्षति पहुंची है।

झूठी खबर फैलाने वालों के खिलफ न्यायालय की शरण में जाउंगी

सुमन सिंह ने बताया है कि मेरे खिलाफ फूल सिंह और मेरे से
द्वेष रखने वालों को बताना चाहूंगी कि जिस तरह झूठ का सहारा
लेकर मेरे खिलाफ साजिस के तहत मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंचाने
की कोशिश चंद रुपयों की खातिर बिकने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का
सहारा लेकर किया गया है । मैं अपने आत्म सम्मान की रक्षा के लिए इन
लोगों के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय में परिवाद लाऊंगी जिसकी
समस्त जवाबदारी फूल सिंह और झूठी खबर फैलाने वाली इलेक्ट्रॉनिक
मीडिया की होगी । और यदि आज के बाद मेरे या मेरे परिवार के साथ
कोई किसी प्रकार की घटना घटित होती है जिसकी समस्त जवाबदारी
फूल सिंह पिता राममिलन सिंह गोंड़ की होगी।

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