शिवजी का जलाअभिषेक खुद करने आती है मां गंगा रामगढ़ जिले के सांडिल स्थित टूटी झरना में

शंशाक तिवारी की रिपोर्ट
भगवान को कोई माने या ना माने लेकिन वह अपनी शक्ति और उपस्थिति का एहसास किसी ना किसी रूप में करा ही देती है ऐसे ही एक मंदिर है जो देवीय शक्ति का अनोखा चमत्कार है चलिए आपको बताते हैं झारखंड के रामगढ़ से करीब 10 किलोमीटर सांडी में स्थित भगवान शंकर के शिवलिंग पर से जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती है के लोगों का कहना यह है कि जलाभिषेक साल के 12 महीने और 24 घंटे होता है यह पूजा सदियों से चली आ रही है माना जाता है कि इस जगह का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है भक्तों की आस्था है कि यहां पर मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है ऐसे तो 12 महीना जलाभिषेक होता है लेकिन शिवरात्रि में ज्यादातर लोग लाखों की संख्या में भीड़ हो जाती है आपको बताते जाएं कि रामगढ़ से 10 किलोमीटर दूर सांडी में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को लोग टूटी झरना के नाम से जानते हैं मंदिर का इतिहास 1925 से जुड़ा हुआ है ग्रामीणों ने बताया कि अंग्रेज इस इलाके से रेलवे लाइन बिछाने का काम कर रहे थे पानी के लिए खुदाई के दौरान उन्हें जमीन के अंदर कुछ गुंबद नुमा चीज दिखाई पड़ा अंग्रेज ने इस बात को जानने के लिए पूरी खुदाई करवाई और अंत में यह मंदिर पूरी तरह से नजर आया Shiv मंदिर के अंदर भगवान भोले का शिवलिंग मिला और उसके ठीक ऊपर मां गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा मिली प्रतिमा के नाभि से आप रूपी जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों की हथेली से गुजरते हुए शिवलिंग पर गिरता है मंदिर के अंदर गंगा की प्रतिमा से स्वयं पानी निकला निकलना अपने आप में एक आश्चर्यजनक है
अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह पानी अपने आप कहां से आ रहा है हमने गांव वालों से पूछा तो उन्होंने कहा कि यह मां गंगा का रहस्य बनी हुई है कहा जाता है कि भगवान शंकर के शिवलिंग पर जलाभिषेक कई और नहीं स्वयं आ गंदा करती है यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्य में से घिरे हुए हैं यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इसमें से अपने आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है ग्रामीणों ने कहा कि चाहे बरसात हो या जाना या भीषण गर्मी मैं भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है वहीं कुछ दूर मंदिरों के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सुखी हुई है ऐसे तो 12 महीने श्रद्धालु यहां और दूर से यहां पूजा करने आते हैं और साल भर मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है आपको बताते जाएगी तीर्थ स्थान केस के अलावा यहां हर एक जनवरी के महीने में लोगों का काफी भीड़ रहता है दरअसल यह एक पिकनिक स्थल भी है जो लोगों को काफी शुभ आता है लोग यहां पिकनिक के बहाने मां शिवगंगा की भी दर्शन कर लेते हैं कहा जाता है कि श्रद्धालु का माना है कि टूटी झरना मंदिर में जो कोई भक्त भगवान के इस अद्भुत रूप के दर्शन कर लेता है उसकी मुराद पूरी हो जाती है भक्तों शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और इसे अपने घर ले जाकर रख लेते हैं इसे ग्रहण करने के साथ ही मन शांत हो जाता है और दुखों से लड़ने का ताकत मिल जाता है