शेखर की रिपोर्ट
अंगुल से धनबाद आने जाने की कोई ट्रेन नहीं है गरीब रथ इकलौती ट्रेन की जो पिछले साल मार्च में बंद है मेरे पापा वही काम करते हैं और ट्रेन बंद रहने से कोई महीने से घर नहीं लौटे हैं यह संदेश सुधांशु विश्वकर्मा का है जो अब उन्होंने धनबाद डीआरएम को ट्वीट किया है मैंने पिता के घर न लौटने को लेकर एक बेटे ने डीआरएम से ट्रेन की फरमाइश की है गरीब रथ पूर्व तटीय रेल के अधीन है इसलिए डीआरएम ने मामले से खुद खुद रा रोड रेल मंडल के डीआरएम को फॉरवर्ड कर दिया है अधिकारी का कहना है कि गरीब रथ को चलाने संबंधी निर्णय पूर्व तटीय रेलवे स्थल पर ही लिए जा सकते हैं।
आपको बताते जाए कि 22 मार्च 2020 से कोविड-19 का संक्रमण के चलते लॉकडाउन कर दिया गया था धनबाद से भुवनेश्वर जाने वाली गरीब रथ पिछले साल जनता कर्फ्यू के दिन से ही बंद है 22 मार्च 2020 को बंद हुए ट्रेन के पूरे 444 दिन गुजर चुके हैं और उनकी पहली नहर के बाद देश भर की सैकड़ों ट्रेनें पटरी पर लौटी पर गरीब रथ के पहिए नहीं घूमने फिर दूसरी लहर के आ जाने से उड़ीसा सरकार ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया अब जब धीरे-धीरे जनजीवन असमान होने के साथ में बंद केले को एक-एक कर चलाने की घोषणा हो रही है पर गरीब रथ एक्सप्रेस में चलने के संकेत नहीं मिल रही है अभी सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है