सुनारिया जेल से मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाए गए डेरा प्रमुख राम रहीम की नई अटेंडेंट हनीप्रीत पर रोहतक पुलिस को आपत्ति है। सोमवार सुबह मेदांता अस्पताल में हनीप्रीत ने डेरा मुखी से मुलाकात की। मेदांता अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम हनीप्रीत से मिलने की जिद कर रहा था। प्रबंधन ने काफी विमर्श के बाद उसे हनीप्रीत से मिलने की अनुमति दे दी। हनीप्रीत सोमवार सुबह 8:30 बजे राम रहीम से मिलने मेदांता अस्पताल पहुंची। जांच के बाद उसे अस्पताल परिसर में दाखिल होने की अनुमति मिली। हनीप्रीत 15 जून तक बाबा राम रहीम की देखभाल करेगी। रोहतक पुलिस ने 12 मई की रात पीजीआई में भर्ती होने पर राम रहीम को परिजनों से मिलने नहीं दिया था। अब हनीप्रीत के तीमारदार बनने पर रोहतक पुलिस ने मेदांता अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी है। गुरमीत राम रहीम पिछले काफी समय से ब्लड प्रेशर व डायबिटीज की समस्या से भी ग्रस्त है। यही वजह है कि 12 मई व पिछले 3 जून को भी उसे इलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले जाया गया था।
राम रहीम की सुरक्षा में आए डीएसपी शमसेर सिंह दहिया ने मेदांता प्रबंधन को एसओपी और जेल मैनुअल की कॉपी दी। साथ ही चेताया कि राम रहीम से अगर डॉक्टरों के अतिरिक्त कोई मिलता है तो इसके लिए अस्पताल प्रबंधन जिम्मेदार होगा।
मेदांता अस्पताल की वरिष्ठ फिजीशियन सुशीला कटारिया की देखरेख में राम रहीम का इलाज चल रहा है। अस्पताल में सीटी स्कैन, एंजियोग्रॉफी समेत राम रहीम की पेट की कई अन्य जांच की गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक सीटी स्कैन में राम रहीम कोरोना संक्रमित पाया गया है, लेकिन आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट उसकी निगेटिव आई है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मेदांता में उपचार के दौरान राम रहीम से किसी के भी मिलने पर रोक है। वहां पर कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।