शेखर की रिपोर्ट
पान मसाला हो या तंबाकू यह शरीर के लिये काफी खतरनाक है। यह शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है जो व्यक्ति लंबे अरसे से इसका सेवन करता है उसको कैंसर मधुमेह हृदय रोग जैसी बीमारी अपने आगोश में ले लेती है। झारखंड सरकार के आदेश में कहा गया कि 2019/20 में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 41 प्रकार की पान मसाले के सैंपल लिए गए थे सैंपल की जांच में यह पता चला कि इसमें मैग्नीशियम कार्बोनेट मात्रा पाई जाती है फूड सेफ्टी कमिश्नर ने इस आदेश में कहा कि मैग्नीशियम कार्बोनेट से लोगों को हाइपर मैग्नीशिया की शिकायत होती है। इसे हार्ट अटैक का खतरा रहता है। झारखंड सरकार ने 31 मई विश्व तंबाकू दिवस के दिन 11 पान मसाले पर 1 साल के लिए बैंड बढ़ाया है उसमें पान पराग मसाला शिखर पान मसाला रजनीगंधा दिलरुबा राज निवास पान मसाला मुसाफिर मधु विमल बहार और पान पराग प्रीमियम पान मसाला शामिल है आपको बताते जाएं कि इस पाबंदी के बाद भी झारखंड के तमाम शहरों में खुलेआम पान मसाल ओर सिगरेट बिक रही है । जबकि झारखंड सरकार की ओर से पान मसाला और सिगरेट पर 1 साल के लिए पाबंदी और बढ़ा दी गई है लेकिन फिर भी दुकान इसे बेचने से बाज नहीं आते। दूसरी ओर झारखंड में पान मसाला की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है बावजूद इसके राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में आसानी से इन प्रतिबंधित गुट की खरीद बिक्री हो रही है। इस तरह के आरोप लगाते रहे हैं। इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गई थी हाईकोर्ट ने इस बाबत राज्य सरकार ने रिपोर्ट भी तलब की थी बरहाल गुटखा प्रतिबंध के बावजूद राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में धड़ल्ले से बिक्री की शिकायत मिलती रही हैं