भंडार पोर्टल और आयुष संजीवनी एप आज होगा लॉन्च

नई दिल्ली। एसीसीआर पोर्टल का उद्देश्य बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सकों द्वारा प्राप्त नैदानिक परिणामों के बारे में जानकारी एकत्र करना है। यह न केवल सूचना के प्रसार बल्कि आगे के विश्लेषण और अनुसंधान की सुविधा भी प्रदान करेगा। इससे विभिन्न रोग स्थितियों के उपचार के लिए आयुष प्रणालियों की ताकत का दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
यह पोर्टल न केवल व्यवसायी समुदाय और जनता को लाभान्वित करेगा बल्कि आयुष की सभी धाराओं के ठोस वैज्ञानिक आधार को व्यापक बनाने में भी मदद करेगा। एसीसीआर पोर्टल की एक विशेषता आयुष व्यवस्था के माध्यम से ठीक हुए कोविड-19 के मामलों की रिपोर्टिंग और प्रकाशन के लिए समर्पित अलग विभाग है।
आयुष संजीवनी ऐप (तीसरा संस्करण) अब गूगल प्ले स्टोर और आईओएस पर उपलब्ध है। यह संस्करण चयनित आयुष हस्तक्षेपों की प्रभावकारिता के बारे में महत्वपूर्ण अध्ययन या दस्तावेज की सुविधा प्रदान करता है। इसमें कोविड के एसिम्टोमैटिक और हल्के लक्षणों वाले मरीजों के प्रबंधन में आयुष 64 और कबासुरा कुदिनीर दवाएं शामिल हैं।
गौरतलब है कि एक राष्ट्रीय वितरण अभियान चल रहा है जिसके माध्यम से आयुष मंत्रालय होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड रोगियों को ये दो बेहद प्रभावी आयुष फॉर्म्युलेशन मुफ्त में उपलब्ध करा रहा है।
इस एप में आयुष मंत्रालय के सभी निर्देश हैं, वहीं इसमें लोगों के सवाल-जवाब का भी प्रावधान दिया गया है। इन्हीं सवाल-जवाब के आंकड़ों के आधार पर यह तय होगा कि आयुष मंत्रालय की सलाह लोगों के लिए कितनी फायदेमंद साबित हो रही है। लोग इस एप पर अपने अनुभव साझा कर सकेंगे कि वह आयुष मंत्रालय की सलाह को कब से अपना रहे हैं और कितने दिनों में इसका फायदा हुआ। इस एप के जरिए देश भर के 50 लाख लोगों के अनुभवों के बारे में आंकड़े जुटाने का लक्ष्य तय किया गया है।