विनोद नेताम की रिपोर्ट
पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का एक प्रमुख व्यवसाय बनकर रह गया यदि हम यह कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस क्षेत्र के कार्य देश विदेश के साथ-साथ क्षेत्रीय घटनाक्रमों को पाठकों तक निष्पक्ष रुप से पहुंचाना है। आज के युग में पत्रकारिता के भी कई माध्यम हो गए हैं । जिनमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब मीडिया और प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्रमुख रूप से भारत में सक्रिय हैं। बदलते वक्त के साथ बाजारवाद और पत्रकारिता के अंतर्संबंधों ने पत्रकारिता की विषय वस्तु तथा प्रस्तुत शैली में व्यापक परिवर्तन किए हैं। पत्रकारिता लोकतंत्र का अविभाज्य अंग है। सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुंचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा पाया (स्तम्भ) भी कहा जाता है लेकिन कुछ अवैध तरीके से धन उगाही करना इन फर्जी पत्रकारों का पेशा बन चुका है। ऐसे मुट्ठी भर पत्रकारों की वजह से पूरे पत्रकारिता जगत को शर्मसार होना पड़ता है जिसकी बानगी जिला के गुरूर थाना क्षेत्र के नगर पंचायत गुरूर के व्यापारीयों के द्वारा गुरूर पुलिस को दिए लिखित शिकायत में कहीं गई है आईये जाने क्या है , व्यापारीयों के द्वारा लिखित इस शिकायत में व्यापारीयों के अनुसार दिपक देवदास एवं महिला सहयोगी कुमकुम साहू जो कि अपने आप को दैनिक समाचार पत्र का विकासखंड संवाददाता बताते हुए आये दिन परेशान कर पैसा का मांग करने की बात लिखित शिकायत पत्र में कहीं गई है ।साथ ही शिकायत में आगे लिखते हुए नगर के व्यापारीयों ने कहा है कि हमारा नगर स्थित दुकान और आवास आपस में लगी हुई है जरूरी सामान खरीदने हेतू जैसे ही दरवाजा या सट्टर अपनी जरूरत के सामान जुटाने हेतू खोलते हैं तभी दिपक देवदास और कुमकुम साहू आ जाते है और लाकडाऊन का हवाला देते हुए पैसा की मांग करता है नहीं देने पर खिलाफ में खबर प्रकाशित करने तक की धमकी देता है साथ ही पैसा नहीं देने एवं उनकी बातों को दरकिनार करने पर जिला में पदस्थ किसी बड़े ओहदे पर तैनात अधिकारी के नाम पर रौब झाड़ते हुए दुकान को सील करवा देने की धमकी देता है ।नगर में निवासरत इस पत्रकार से नगर पंचायत गुरूर ही नहीं विकासखंड क्षेत्र परेशान और हदास है उक्त पत्रकारों के द्वारा लगातार इसी तरीके से अवैध वसूली जैसे कार्य किया जाता राहा है ,पुर्व में भी उक्त पत्रकारों के द्वारा नगर के व्यापारीयों एवं नगर के प्रतिष्ठित डाक्टर के खिलाफ झुठी व भ्रामक खबर प्रकाशित किया था । अखबार समाज का आईना होता है और पत्रकार समाज का दर्पण और हम सभी लोगों को दिन हो या रात दर्पण की जरूरत महसूस होती है ताकी हम अपनी छवि देख सके और अपनी चरित्र और सुरत को देख सके लेकिन यदि आईना और दर्पन गंदा हो तो भला कौन होगा जो इस दर्पण में अपना मुखड़ा निहारेगा । संबंधित पत्रकारों की लूट एवं जिला में पदस्थ ओहदेदार अधिकारी की संरक्षण पुरा जिला में गुजेमान है , जिससे संबंधित कुछ ही दिनों पुर्व में एक बेवन्यूज वेबसाइट ने खुलासा करते हुए इनकी काली करतूत और जिला प्रशासन में पदस्थ ओहदेदार अधिकारी की इन लूट के सौदागरों से सांठगांठ की बात लिखी गई थी । जिसके बाद में भी जिला प्रशासन और पुलिस विभाग सहित जिला के महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई और नाबालिग विवाह से संबंधित मामलों में दिन दिनों कार्यवाही कर अपने कालर ऊंचा करने वाले अधिकारियों को इन्हे अभय दान देते वक्त लज्जा नहीं आई जिसके चलते आज नगर के व्यापारीयों को खुलेआम खबर प्रकाशन करने के नाम पर डरा धमकाकर वह ब्लैकमेल कर लूट के पैमाना को आपदा में अवसर समझकर पुरा करने में लगे हुए है ।