घबराएं नहीं पैनिक अटैक होने पर, तुरंत राहत के लिए बस आज़माएं ये 5 टिप्स

नई दिल्ली। कोई ज़रूरी इंटरव्यू हो, या परीक्षा, ऐसा कई बार होता है कि डर की वजह से अचानक बैचेनी और घबराहट होने लगती है। इसे ही पैनिक अटैक कहा जाता है। पैनिक अटैक पड़ने पर आपको घबराहट के साथ बैचेनी, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना और तेज़ी से पसीना आने लगता है। इस दौरान रक्त संचार में कमी या तेज़ी आना और शरीर कांपने जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं।
पैनिक अटैक कभी भी, कहीं भी और किसी को भी हो सकता है। अगर समय रहते इस पर काबू न किया जाए, तो ये आगे चलकर जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि ऐसी दिक्कत पर काबू पाया जाए। ये ऐसी समस्या है, जो कुछ मिनटों में चरम पर पहुंच जाती है। आइए आज जानते हैं कि पैनिक अटैक आने पर क्या करें और कैसे बचें।
2. कई बार पैनिक अटैक आने पर व्यक्ति वो जगह छोड़कर जाने लगता है, लेकिन ऐसा करना ग़लत है। इस दौरान अगर आप चलेंगे-फिरेंगे या सफर करेंगे, तो चक्कर आने की वजह से गिर सकते हैं और इससे परेशानी बढ़ भी सकती है। इसकी जगह आप किसी शांत जगह पर जाकर लंबी सांसें लें और इसके ख़त्म होने का इंतज़ार करें। अच्छा महसूस होने पर ही घर जाएं।
3. पैनिक अटैक के दौरान इंसान के मन में सिर्फ बुरे ख़्याल आते हैं। इसलिए ये ज़रूरी है कि आप अपने मन पर काबू करें और ऐसी सोच से दूर रहें। अपने इन ग़लत विचारों को किसी काग़ज़ पर लिख लें, इसे पढ़ें। इससे वो बाहर निकल आएंगे और आपके दिल को शांति मिलेगी।
4. पैनिक अटैक आने पर ग्रीन-टी पिएं। इसमें मौजूद पॉलीफिनॉल तनाव को कम करता है। रोज़ाना कम से कम दो कप ग्रीन-टी पीने से इसका ख़तरा कम होता है। वहीं, जिन्हें पैनिक अटैक अक्सर आते हैं, उन्हें रोज़ाना बादाम खाने चाहिए। रात में इसे भिगो दें और सुबह खाएं।
5. कई बार लोग पैनिक अटैक को हार्ट अटैक समझ लेते हैं इसलिए कभी अचानक आपको पैनिक अटैक आए, तो घबराएं नहीं। बेहतर है अपने किसी दोस्त या करीबी को तुरंत सूचना दें और उनसे मदद लें। ज़रूरत महसूस हो, तो किसी के साथ डॉक्टर के पास जाएं और सलाह लें।
इन फेसमास्क को आज़माने से पहले पैच टेस्ट ज़रूर कर लें। कई बार प्राकृतिक चीज़ों से भी एलर्जी का ख़तरा होता है। इसे लगाने पर अगर जलन महसूस हो, तो फौरन पानी से धो लें। ज़्यादा तकलीफ होने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह कर लें।