मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई -जिले में नानक गंज ग्रांट में बना अवैध मारुति शोरुम पहली इमारत है जिसकी अनगिनत शिकायत होने के बाद भी कोई कार्यवाही ब्यूरोक्रेसी ने नही की और अन्तोगत्वा शिकायतकर्ता को न्याय के लिये गरीबो के अस्पताल को बनवाने के लिए उच्च न्यायालय की शरण मे जाना पड़ा।
अपनी माँ कौशल्या देवी व अपने सुपुत्र यश अग्रवाल,सूर्य वर्धन अग्रवाल के साथ मिल कर फर्जीवाड़ा कर ज्ञानयोग धर्मार्थ ट्रस्ट की जमीन को हड़पने वाला संजीव अग्रवाल अब घबरा गया है उसे अब लगने लगा है कि आज नही तो कल उस पर कानूनी कार्यवाही हो जाएगी
दरअसल ट्रस्ट की जमीन को फर्जीवाड़ा कर हड़पने की एक जांच जिलाधिकारी महोदय को दी गई है चूंकि इस बार जो जांच है वह उच्च न्यायालय से संबंधित है इस कारण किसी भी रसूखदार नेता का दवाब ब्यूरोक्रेसी पर काम नही कर रहा है इस कारण संजीव अग्रवाल घबरा गया है व उसने शिकायतकर्ता के खिलाफ कैवियट दाखिल कर दी है अगर कोई ब्यक्ति किसी ब्यक्ति के खिलाफ कैवियट दाखिल करता है तो जो कैवियट दाखिल करता है उसके खिलाफ अगर कोई प्रकरण कोर्ट में जाता है तो उसे सूचना दी जाती है।
आप लोगो के संज्ञान में लाना है कि अपने अवैध शोरूम को बचाने के लिए शोरुम के मालिकों ने सर्वप्रथम शिकायतकर्ता पर एफआईआर दर्ज करवाई लेकिन जब शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस नही ली तब यश अग्रवाल ने मिलने के लिए फोन किया जिसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था लेकिन शिकायतकर्ता ने समझौता नही किया।
चूंकि मामला अब उच्च न्यायालय की शरण मे पहुच चुका अब देखना यह है कि कब अवैध शोरुम की जगह पूर्व की भांति गरीबो का अस्पताल बन पाएगा यह काल के गर्त में है।लेकिन कैवियट दाखिल करना व यश अग्रवाल द्वारा शिकायतकर्ता को मिलने के लिए फोन करना सिद्ध करता है कि अवैध शोरुम के मालिकों को अब कार्यवाही होने का डर सताने लगा है।