अर्पित श्रीवास्तव की रिपोर्ट
बांदा। प्राथमिक विद्यालय पचोखर -2 में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर तिरंगा ध्वज फहराया गया और ध्वज को सलामी देकर शहीदों को नमन करते हुए जीवन में गणतांत्रिक मूल्यों को अपनाने पर बल दिया गया। वक्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन के प्रेरक प्रसंग साझा किये।
अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय पचोखर-2, क्षेत्र महुआ में प्रात:काल 10 बजे प्रधानाध्यापक प्रमोद दीक्षित मलय ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया।
सामूहिक राष्ट्रगान के बाद ध्वज वंदन किया गया। कोरोना संकट के कारण बच्चों को बुलाया नहीं गया था। फिर भी काफी संख्या में बच्चे यूनीफार्म में राष्ट्रीय पर्व मनाने हेतु आ गये थे। राष्ट्रगान के बाद सभी बच्चों को मिष्ठान्न देकर घर भेज दिया गया। तत्पश्चात एक लघु गोष्ठी आयोजित की गई। देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले महापुरुषों महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आम्बेडकर के छवि चित्रों पर प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं शिक्षामित्रों ने माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए प्रमोद दीक्षित मलय ने कहा कि देश के गणतंत्र होने के गौरव को समझकर अपने कार्य व्यवहार में राष्ट्रीय जीवन मूल्यों को समाहित करें। देश के विकास का रास्ता विद्यालयों से निकलता है क्योंकि हम बच्चों के शिक्षण के माध्यम से बेहतर और संवेदनशील नागरिकों का निर्माण करते हैं। संविधान के आलोक में आप सभी समाज रचना में संलग्न रहें, नित नूतन गुणों का प्रसार करें ऐसी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं। शिक्षक महेंद्र गुप्ता ने कहा कि हम सभी देश के लिए जियें। हमारा हर काम देश के विकास को गति देने वाला हो।
शिक्षिका विनीता वर्मा ने महिला सशक्तीकरण की पैरवी करते हुए कहा कि बालिका शिक्षा को मजबूत करके हम इस दिशा में दृढता से बढ़ेंगे। देश की एकता-अखंडता के लिए संकल्प भी लिया गया। ज्योति उपाध्याय, उर्मिला, नीलम कुशवाहा, शांति, लक्ष्मी एवं सीमा उपस्थित रहे।