मोहन द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। जनपद के सलेमपुर नगर के जी.एम.एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती को बड़े उत्साह से पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ संभावना मिश्रा एवं उपप्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ संभावना मिश्रा ने सुभाष चन्द्र बोस के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी ने हमारे देश को आजादी दिलाने में अपना तन ,मन, धन सब कुछ लगा दिया। सन् 1920 में सिविल सर्विस परीक्षा पास की पर स्वतंत्रता संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए उन्होंने नौकरी करना उचित नहीं समझा और देश को अंग्रेजों के हाथों से मुक्त कराने के लिए आज़ादी की लड़ाई में कूद पड़े। उनके द्वारा किया गया आजाद हिंद फौज का गठन, अनेकों देशों से लिया गया सहयोग, युवाओं को दी गई प्रेरणा आदि हम कभी भूल नहीं सकते।
उपप्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी ने कहा कि 23 जनवरी 1897 को बंगाल के कटक में पिता जानकीनाथ बोस और मां प्रभावती से 9वीं संतान के रुप में पैदा हुआ देश के महान वीर सपूत, आजाद हिंद फौज के संस्थापक, सुभाष चन्द्र बोस एक सच्चे देशभक्त थे जो भारत माता को गुलामी के ज़ंजीर में बंधा देखकर अपना संपूर्ण जीवन उनको आजादी दिलाने में लगा दिए।
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, दिल्ली चलो आदि नारे देने वाले इस महान क्रांतिकारी नेता का जन्म दिवस आज पूरे देश मे पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
हम सभी लोगों को ऐसे महान विभूतियों के आदर्शों पर चलना चाहिए और उनके जीवन से से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इसी क्रम में विद्यालय की छात्रा हर्षिता मिश्रा, अध्यापिका सोनी चौरसिया, दीपक कुमार दुबे आदि लोगों ने संबोधित किया।
इस मौके पर विद्यालय के अध्यापकों में दिलीप कुमार सिंह, विरेन्द्र विक्रम सहदेव, सच्चिदानंद पांडेय, अजय मिश्र, पंकज मिश्र, पी.एच.मिश्र, सत्येंद्र मौर्य तथा कक्षा नौवीं एवं ग्यारहवीं के छात्र छात्राएं उपस्थित थे।