रेलवे स्टेशन में रनिंग व खड़ी गाड़ियों में होती है अवैध वेंडरिंग
आर पी एफ व जी आर पी के खुले संरक्षण में होती है अवैध वेंडरिंग
रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट- मानिकपुर रेलवे स्टेशन रेलवे का एक अहम केंद्र है यहां से हावड़ा, दिल्ली, पटना, मुम्बई समेत कई प्रमुख शहरों के लिए प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनों का आवागमन रहता है प्रमुख जक्शन होने के कारण यहां हजारो की संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है जिसके कारण कुछ लोगो द्वारा स्टेशन में व ट्रेनों में आर पी एफ व जी आर पी की मिली भगत से जमकर अवैध वेंडरिंग कराई जाती है ऐसा लगता है कि जैसे मानिकपुर रेलवे स्टेशन नहीं कोई शापिंग माल है, वेंडरिंग के दौरान कोविड19 के नियमो का खुला उलंघन किया जाता है l
प्रमुख रूप से खड़ी ट्रेनों में ऑमलेट, पावर बैंक, बेल्ट, गुटखा इत्यादि की बिक्री कराई जाती है , विक्रय करने वाले अधिकांश वेंडरों के पास वेंडरिंग का लाइसेंस नही है l
सबसे ज्यादा अवैध वेंडर आमलेट चाय और समोसा के कामो में लगाये जाते है और ठेकेदार द्वारा मनचाहे रेट में मानक विहीन खान पान की वस्तुएं बेचवाई जाती है l
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि रेलवे स्टेशन में बिकने वाली चाय समोसा और आमलेट बेहद घटिया तरीके से बनाये जाते है।जिसे लगातार किसी यात्री द्वारा अगर सेवन किया जाए तो उसके स्वास्थ को बहुत नुकसान हो सकता है l वही जिन लड़को द्वारा अवैध वेंडरिंग कराई जाती है वो ज्यादातर आपराधिक प्रवत्ति के होते है जो यात्रियों से बत्तमीजी और छिनैती जैसी घटनाएं को अंजाम देते रहते हैं l
मानिकपुर रेलवे जंक्शन में ट्रेनो में होने वाली बड़ी घटनाओं में अक्सर इन्ही अवैध वेंडरों का हाथ होता है जिसकी पुष्टि कई बड़े रेल अधिकारियों के द्वारा की जा चुकी है उसके बावजूद आर पी एफ व जी आर पी की मिलीभगत से चंद सिक्को की खनक के आगे ठेकेदारों द्वारा खुलेआम अवैध वेंडरिंग कराई जाती है lरेलवे स्टेशन तक यात्रियों के लिए सुरक्षित नही है किंतु स्टेशन के बाहर भी आर पी एफ व जी आर पी के रहमो करम पर अवैध तरीके से गुटका चाय पान की दुकाने लगवाई जाती है जहा पर रात्रि में यात्रियों के साथ छिनैती जैसी घटनाएं होती रहती है l
रेलवे के उच्चाधिकारियों को जब पूरे प्रकरण से अवगत कराया जाता है तब आर पी एफ व जी आर पी के द्वारा तत्काल सभी अवैध कार्यो की बंद कराकर अधिकारियों को गुमराह करके वापस भेज दिया जाता है l
रेलवे में अवैध वेंडरिंग कराने वाले ठेकेदारो में कुछ मानिकपुर के सबसे बड़े हिस्ट्रीशीटर के खास माने जाते है जिसके कारण कोई भी इनका विरोध नही करता है l
आखिर मानिकपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कब तक अवैध वेंडरों की मनमानी चलती रहेगी l