Spirituality

धनतेरस क्यों मनाया जाता है आखिर वजह क्या है क्यों है खास ये पर्व

शशांक तिवारी की कलम से

कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस कहते हैं। इस दिन घर के द्वार पर तेरह दीपक जलाकर रखें जाते हैं। यह त्योहार दीपावली आने की पूर्व सूचना देता है। इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यमराज और भगवान धन्वंतरि की पूजा का महत्व है।

आखिर धनतेरस क्यों मनाया जाता है इसके पीछे क्या बजह क्या खास हम बताएंगे आपको आज भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है कि ‘ पहला सुख निरोगी काया’ दूजा सुख घर में माया इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है जो भारतीय संस्कृति के हिसाब से बिल्कुल अनुकूल है।

शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए । मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि विष्णु के अंशावतार है।

संसार मे चिकित्सा विज्ञान विस्तार और भगवान विष्णु ने धन्वंतरि का अवतार लिया था। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।

क्या खास करे इस दिन

इस दिन अपने सांधर्य अनुसार किसी भी रूप में चांदी एवं अन्य धातु खरीदना अति शुभ है। धन संपत्ति की प्राप्ति हेतु कुबेर देवता के लिए घर के पूजा स्थल पर दीप दान करें एवं मृत्यु देवता यमराज के लिए मुख्य द्वार पर दीप दान करें। इस दिन अपने घरों की सफाई अवश्य करें।

धनतेरस क्यों मनाया जाता है आखिर वजह क्या है क्यों है खास ये पर्व

Related Articles

Back to top button