“पारले जी” की खबर ध्यान से पढ़िए कहीं चाय में घुल न जाए आधी बिस्किट

सुनीता देवी की रिपोर्ट
स्वाद भरे, शक्ति भरे’ वाला पारले जी आज ट्विटर पर ट्रेंडिंग है. न तो इसकी वजह है अचानक जागा हुआ नौस्टेल्जिया और न ही रिकॉर्ड बिक्री. बल्कि वजह है एक बयान. ‘इंडियन सिविल लिबर्टीज यूनियन’ के ट्विटर हैंडल से जानकारी आई कि पारले जी अब उन चैनलों को विज्ञापन नहीं देगा जो समाज में ज़हर घोलने का काम करते हैं. इसी पर लोग बमबम हो गए.
अक्टूबर, 2020 को पारले जी प्रोडक्ट के मार्केटिंग सीनियर कैटेगरी हेड कृष्णराव बुद्धा ने कहा था,
“एक दर्शक और एक विज्ञापनदाता के तौर पर मुझे ये महसूस होता है कि न्यूज़ चैनल पागलपन से भर गए हैं, और अगर विज्ञापन देने वालों के पास ये मौक़ा है कि वो ये चक्र तोड़ सकते हैं तो उन्हें मिलकर ये खेल ख़त्म करना चाहिए. और ये करते हुए हमें बताना चाहिए कि हम ये इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आपका कॉन्टेंट ठीक नहीं है. मैं मानता हूं कि इस तरह का माहौल किसी भी ब्रांड के लिए बेहद ख़तरनाक है.”
उन्होंने ये भी कहा था कि ‘मुझे बिल्कुल ऐसा लगता है कि न्यूज़ चैनल हद पार कर चुके हैं और अब हमें उन्हें ये बताना होगा कि हमारा पैसा हमारे ग्राहकों के भीतर नफ़रत, ज़हर और गुस्सा भरने के लिए नहीं है’
उन्होंने ये भी कहा था कि ‘मुझे बिल्कुल ऐसा लगता है कि न्यूज़ चैनल हद पार कर चुके हैं और अब हमें उन्हें ये बताना होगा कि हमारा पैसा हमारे ग्राहकों के भीतर नफ़रत, ज़हर और गुस्सा भरने के लिए नहीं है’
बजाज ऑटो के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बजाज ने भी CNBC से बात करते हुए कहा था,
“हम सभी ब्रांड निर्मित करने के व्यवसाय में हैं. एक मज़बूत ब्रांड ही वो नींव होता है, जिस पर मज़बूत व्यवसाय की इमारत खड़ी होती है. और एक ब्रांड के तौर पर आपकी ज़िम्मेदारी होती है कि आप न सिर्फ़ व्यवसाय को, बल्कि समाज को भी कुछ लौटाएं. हम इस मामले पर बेहद स्पष्ट हैं कि हमारा ब्रांड कोई भी भागीदारी किसी ऐसे के साथ नहीं रखेगा जो समाज में ज़हर घोलने का काम करता हो.”
ये बात राजीव बजाज ने तब कही थी जब मुंबई पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके तीन चैनलों पर टीआरपी में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.
लॉक डाउन में बवाल बिक्री
इसी साल महामारी के दौरान पारले जी बिस्किट ने रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की है. जून महीने में लॉकडाउन के दौरान कंपनी का मार्केट शेयर 4.5 से बढ़कर 5 प्रतिशत हो गया था. कंपनी के अधिकारियों ने बताया था कि पारले जी ने इतनी ताबड़तोड़ बिक्री कभी नहीं की. 10 जून को पारले जी अपनी बिक्री की वजह से ट्विटर पर ट्रेंड हुआ. लोगों ने इसे तब ‘देश का बिस्किट’ बताया था.