पंजाब के किसानों के समर्थन में ब्रिटेन में रैली, प्रशासन ने जुर्माना लगाया

विकास की रिपोर्ट
पंजाब के किसानों के समर्थन में साउथॉल में एक कार रैली आयोजित करने पर ब्रिटिश सिख पर स्थानीय प्रशासन ने जुर्माना लगाया है। प्रशासन ने कहा कि इस रैली में कोरोना वायरस के प्रतिबंधों का उल्लंघन किया गया। वहीं, रैली के कारण जाम की भी स्थिति बनी, जिससे आम लोगों को परेशानी हुई। नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे भारत के किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ब्रिटिश सिख दीपा सिंह ने साउथॉल में कार, ट्रैक्टर, टेम्पो और मोटरबाइकों पर रैली निकाली थी। दीपा सिंह ने कहा कि जुर्माना जाहिर तौर पर 28 दिनों के भीतर मेरे पास भेजा जाएगा।
मेरे वकील इसके खिलाफ लड़ेंगे। पुलिस शुरू में मेरे पास आई और मुझे चेतावनी दी कि मैं कोरोनो वायरस कानून का उल्लंघन कर रहा हूं, क्योंकि यह राजनीतिक नहीं था और यह एक बड़ी सभा थी। यह फिर भी आगे बढ़ गया। फिर एक घंटे में वे मेरे पास आए और मुझे गाड़ी से बाहर निकलने के लिए कहा और जुर्माना लगा दिया। पुलिस कह रही है कि यह राजनीतिक नहीं है, लेकिन पूरे भारत में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और सैकड़ों आत्महत्या कर रहे हैं। यह कैसे राजनीतिक नहीं है? आयोजनकर्ता दीपा सिंह ने ‘खालिस्तान’ का उदाहरण दिया। जब मैं 1984 और खालिस्तान की बात करता हूं तो मैं कैसे राजनीतिक नहीं हो सकता? एक सिख होना आपको राजनीतिक बनाता है।