हमारे विशेष संवाददाता रुबी महाजन की रिपोर्ट
हाथरस:उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद में हुए गैंगरेप मामले में हर दिन नया मोड देखने को मिल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाथरस गांव के विशेष जाति के लोगों ने 12 गांवों की महापंचात बुलाई थी। इस पंचायत में फैसला लिया गया है कि आरोपियों को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। इस मामले में हम लोग आरोपियों के साथ है।
बता दें कि एक स्थानीय मीडिया कर्मी ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पीड़िता के गांव बूलगढ़ी से करीब 500 मीटर की दूरी पर 2 अक्टूबर, शुक्रवार को सैकड़ों लोग जमा हुए। मैजूद लोगों में अधिकतर अगड़ी जाति के लोग ही शामिल थे। महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि आरोपियों को झूठा फंसाया जा रहा है। मामले को जातिगत रूप दिया जा रहा है। इस वजह में पंचायत में यह फैसला लिया गया कि आरोपी युवकों का पक्ष रखा जाएगा।
यहां जुटे लोगों ने ये भी कहा कि वे जांच से संतुष्ट नहीं हैं। जांच के विरोध में प्रदर्शन भी किया। महापंचात में अगड़ी जाति के लोगों ने फैसला कि हम आरोपियों के साथ है। फिलहाल योगी सरकार ने इस मामले में 7 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एस आईटी को सौंप दी गई है।