धार्मिक स्थानों पर अभी भी श्रद्धालुओं की संख्य ना के बराबर

विशाल भगत की रिपोर्ट
जालंधर जिला प्रशासन की ओर से धार्मिक स्थान खोलने को लेकर दी गई राहत के बावजूद श्रद्धालु धार्मिक स्थानों पर आने से कतरा रहे है मंदिर प्रबंधक कमेटियों ने श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थान पर आते समय पूजा का सामान और प्रसाद लगाने पर रोक लगाई हुई है।कोरोना वायरस महामारी के बीच सरकार ने सभी धार्मिक स्थान 22 मार्च से बंद कर दिए गए थे। अनलॉक प्रक्रिया में इन्हें शाम 6.30 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है। बावजूद इसके शहर में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों के चलते लोग धार्मिक स्थानों पर आने से भी कतरा रहे हैं। इसका असर सीधे रूप से कारोबार पर पड़ा है।
देवी तालाब मंदिर में भी पूजा का सामान और प्रसाद बेचने वाली दुकानें सीमित ही बची हैं। इन पर भी कारोबार ना के बराबर है। कारण, धार्मिक स्थानों पर ना तो प्रसाद का भोग लगाया जा रहा है और ना ही भक्तों को वितरित हो रहा है। श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज बताते हैं कि जिला प्रशासन की गाइडलाइंस के मुताबिक ही भक्तों को मंदिर में माथा टेकाने की व्यवस्था की गई है।