मुलाजिमों की कलम छोड़ हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

विशाल भगत की रिपोर्ट
जालंधर । लंबित मांगों को लेकर पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विसेज यूनियन तथा सांझा मुलाजिम मंच के आह्वान पर ज्वाइंट एक्शन कमेटी द्वारा जारी हड़ताल के दूसरे दिन सरकारी विभागों में कामकाज ठप रहा। इस दौरान दूरदराज से जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स में काम करवाने पहुंचे लोग मजबूरन बैरंग लौटेने को विवश हो गए। यहां तक की पहले से रजिस्ट्री के लिए समय ले चुके लोगों को दोहरी परेशानी झेलनी पड़ी।मुलाजिम यूनियन के नेता तेजिंदर सिंह तथा सुखजीत सिंह बताते हैं कि हड़ताल करने से लगभग 20 दिन पहले सरकार को अल्टीमेटम दिया था। इसके बावजूद मुलाजिमों की कोई सुनवाई नहीं की गई। जिसके चलते छह अगस्त से लेकर 14 अगस्त तक कलम छोड़ हड़ताल का फैसला लिया गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुलाजिम के साथ सरकार द्वारा लगातार धक्केशाही की जा रही है। जिसके तहत सहकारिता विभाग के ऑडिट विंग के निरीक्षक को बिना किसी विभागीय जांच कर जेल भेज दिया गया है।उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 के बाद भर्ती हुए मुलाजिमों को पुरानी पेंशन बहाल करना, नई भर्ती पर पूरे वेतन स्केल लागू करने, महंगाई भत्ते की किस्त जारी करना तथा बराबर काम बराबर वेतन का सिद्धांत लागू करने की जायज मांगों को लेकर मुलाजिम हड़ताल कर रहे हैं। वही डीसी ऑफिस में रजिस्ट्री करवाने पहुंचे गांव धीना के बलदेव सिंह ने कहा कि उन्हें हड़ताल की जानकारी नहीं थी। जिसके चलते काम से छुट्टी लेकर वे यहां पहुंचे थे। इसी तरह अर्बन अस्टेट से प्लॉट की फर्द निकलवाने आए राजकुमार को भी बिना काम करवाए वापस लौटना पड़ा।