आखिर “चिट्ठे वाली भाभी” पकड़ी गई…बात बात पर गोली चला देती थी

विकास कुमार की रिपोर्ट
लुधियाना: पुलिस के लिए सिरदर्द बनी चिट्टे वाली भाभी आखिर हत्थे चढ़ ही गई। ‘चिट्टे वाली भाभी’ के नाम से मशहूर परमिंद्र कौर उर्फ नाणा गुरबचन नगर से नशा सप्लाई का कारोबार चला रही थी। इस धंधे में उसका पति सुनील कुमार और भाई हरप्रीत भी शामिल था। हालांकि, थाना डाबा की पुलिस उन्हें पहले पकड़ चुकी है।
मंगलवार को सूचना के बाद थाना डाबा की पुलिस ने परमिंद्र कौर को पकड़ लिया। उसकी निशानदेह पर उसके किराए के कमरे से नशीला पाऊडर भी बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। मंगलवार को आरोपी महिला को अदालत पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है जिससे पूछताछ की जा रही है।ए.डी.सी.पी. (2) जसकिरण जीत सिंह तेजा ने बताया कि परमिंद्र कौर काफी समय से पुलिस को वांछित थी। आरोपी महिला को पकड़ने के लिए थाना डाबा के एस.एच.ओ. पवित्र सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। मंगलवार को एस.एच.ओ. को सूचना मिली थी कि उक्त महिला बैगुआना, सुआ चौक के पास है। इसके बाद महिला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और आरोपी महिला को काबू कर लिया। फिर उसकी निशानदेही पर उसके किराए वाले घर पर रेड की गई। जहां से 08 ग्राम नशीला पाऊडर बरामद हुआ है।
पति और भाई के साथ चला रही थी नशे का नेटवर्क
ए.डी.सी.पी. जसकिरणजीत सिंह का कहना है कि आरोपी महिला परमिंद्र कौर अपने पति और भाई के साथ मिलकर नशा तस्करी का धंधा चला रही थी। हालांकि, पहले भी पुलिस ने आरोपियों को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया था। मगर जेल से बाहर आकर उक्त आरोपी फिर से नशा तस्करी करने लगे थे।
10 मई को इलाके के लोगों पर चलाई थी गोली
एस.एच.ओ. पवित्र सिंह का कहना है कि आरोप महिला के घर के बाहर युवकों की भीड़ लगी रहती थी। इस पर इलाके के लोगों ने ऐतराज जताया था और एक दिन प्रदर्शन भी किया था। उस बात की खुन्नस में 10 मई को परमिंद्र कौर ने अपने पति सनील और भाई हरप्रीत के साथ मिल कर इलाके के लोगों को सबक सिखाने के लिए फायरिंग कर दी थी जिसमें से 3 हवाई फायर और एक फायर निरवैर सिंह के जांघ पर लगा थी।
पुलिस से बचने के लिए बापू मार्कीट में लिया किराए का घर
एस.एच.ओ. पवित्र सिंह ने बताया कि फायरिंग के मामले के बाद आरोपी महिला, उसका पति और भाई फरार हो गए थे। उसके पति सुनील और भाई हरप्रीत सिंह को कुछ दिनों बाद ही पकड़ लिया गया था। मगर परमिंदर कौर पुलिस से बचती फिर रही थी। पुलिस से बचने के लिए वह बापू मार्कीट में एक किराए का घर लेकर रहने लग गई थी। जहां से वह अपना नशे का नैटवर्क चला रही थी।
पहले भी दर्ज हैं मामले, पूरा परिवार नशे के धंधे में
पुलिस का कहना है कि आरोप महिला परमिंद्र कौर के खिलाफ पहले भी एन.डी.पी.एस. एक्ट और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। इसके अलावा उसके पति सुनील और भाई हरप्रीत पर भी केस दर्ज है। महिला की मां भी नशा तस्करी के काम में शामिल रही थी।