अर्जुन चौधरी की रिपोर्ट
मुरादाबाद । राजद्रोह के आरोप में एक आदमी और उसके भतीजे को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इन दोनों ने कथित तौर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमित पाठक को व्हाट्स ऐप पर एक संदेश भेजा था, जिसमें पाकिस्तान के पक्ष में नारों और एक विशेष समुदाय के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों का जिक्र था।
मैसेज में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे के साथ पाकिस्तान का झंडा भी था।
इनके खिलाफ धारा 153 ए (विभिन्न समुदायों के बीच नफरत फैलाना), 124 ए (राजद्रोह), 295 (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) और आईटी एक्ट या सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एसएसपी के कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस प्रमुख ने सिविल लाइंस स्टेशन हाउस के अधिकारी को प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की छानबीन करने का निर्देश दिया है।
स्टेशन हाउस अधिकारी (सिविल लाइंस) इंस्पेक्टर नवल मारवाह ने कहा है कि उन्होंने मैसेज वाले शख्स के नंबर को सर्विलांस पर रखा है और हर गतिविधि को निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें पता चला है कि चाचा ब्लॉक डेवलपमेंट कमिटि (बीडीसी) के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहता था। उसके भतीजे ने व्हाट्स ऐप नंबर पर डिस्प्ले पिक्च र के रूप में अपने चाचा के प्रतिद्वंद्वी की तस्वीर को लगा रखा था और इस उम्मीद के साथ उसने मैसेज भेजा कि उस प्रतिद्वंद्वी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसकी छवि बिगड़ जाएगी।”
एसएचओ ने कहा कि उन्होंने भतीजे की पत्नी के पास से इस मोबाइल को बरामद किया है। पूछताछ करने पर भतीजे ने खुलासा किया कि उसके चाचा ने एसएसपी को संदेश भेजने के लिए उसके मोबाइल का इस्तेमाल किया था।
उसके चाचा का हालांकि यह कहना है कि उसने यह संदेश अपने भतीजे को भेजा था और उसने ही एसएसपी को यह फॉरवर्ड किया।