दिल्ली-अमृतसर कटरा एक्सप्रेस हाईवे से अमृतसर को बाहर करने के मामले में विरोध

राजेश कुमार की रिपोर्ट
चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा बनाए जाने वाले दिल्ली से कटरा माता वैष्णो देवी वाया अमृतसर एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट का सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किए गए इस सर्वे के तहत जहां दिल्ली से कटरा का रास्ता पहले 727 किलोमीटर है, इस एक्सप्रेस वे से यह रास्ता केवल 575 किलोमीटर रह जाएगा। पंजाब के कांग्रेसी सांसद गुरजीत सिंह औजला और “फेरुमान अकाली दल” के अध्यक्ष महंत जसबीर दास ने इस प्रोजेक्ट का विरोध करना शुरू कर दिया है।
इस प्रोजेक्ट को लेकर सांसद गुरजीत सिंह औजला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। उसमें एतराज जताया है कि इस एक्सप्रेस-वे को वाया तरनतारन क्यों नहीं लाया जा रहा है। अपील की है कि इसमें तरनतारन साहब को जरूर जोड़ा जाए। यह प्रोजेक्ट पंजाब के पटियाला से शुरू होकर संगरूर, जालंधर, कपूरथला, गुरदासपुर से होता हुआ पठानकोट तक जाता है। इसमें अमृतसर और तरनतारन जिले को अनदेखा किया गया है।
केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली-अमृतसर कटरा एक्सप्रेस हाईवे से अमृतसर को बाहर करने के मामले में “शहीद फेरुमान अकाली दल” के अध्यक्ष महंत जसबीर दास ने केंद्र सरकार के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया । उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस मामले में उन्होंने आज कहा कि केंद्र सरकार के कुछ लोग अमृतसर को पीछे करना चाहते है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस साजिश में बड़े नाम शामिल थे, जिसे वह आने वाले कुछ दिनों में बताएंगे। उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार के लोगों ने अमृतसर से विश्वविद्यालय और एम्स जैसे बड़े संगठनों को हटा दिया था और अब वे उन्हें इस एक्सप्रेस हाईवे से हटाना चाहते है, जो किसी भी तरह से हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।
धार्मिक नगरी के साथ छल
“शहीद फेरुमान अकाली दल” के अध्यक्ष महंत जसबीर दास ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे को दिल्ली कटरा वाया अमृतसर कहा तो जा रहा है पर यह अमृतसर होते हुए नहीं जा रहा, बल्कि कपूरथला से सीधा ही गुरदासपुर को जा रहा है, जोकि हमारी धार्मिक नगरी के साथ केंद्र सरकार का छल है। उन्होंने कहा कि पंजाब की धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए इस एक्सप्रेस वे को अगर दिल्ली कटरा वाया अमृतसर कहा जा रहा है तो यह सही मायने में दिल्ली कटरा वाया अमृतसर ही होना चाहिए ताकि लोग इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकें।