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25 करोड़ रुपए सैलरी पाने वाले 97 वर्षीय सीईओ को आप जानते हैं..

परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट

‘असली मसाले सच-सच, एमडीएच।’ इस ऐड को शायद ही किसी ने नहीं देखा होगा। लेकिन इस ऐड में काम करने वाले बुजुर्ग शख्स के बारे में कई ऐसी बातें हैं, जो शायद आप नहीं जानते होंगे। इस शख्स का नाम है महाशय धर्मपाल गुलाटी और वे 96 साल के हो चुके हैं। एमडीएच मसाले कंपनी के मालिक भी यही शख्स हैं। व्यापार और उद्योग जगत में श्रेष्ठ योगदान के चुने गए गुलाटी की कहानी बेहद रोचक और प्रेरणादायक है। आइए आपको बताते हैं इनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें…

पांचवीं तक ही पढ़े हैं गुलाटी

धरमपाल गुलाटी कक्षा पांचवीं तक पढ़े हैं। आगे की पढ़ाई के लिए वह स्कूल नहीं गए। उन्होंने भले ही किताबी शिक्षा अधिक ना ली हो, लेकिन कारोबार में बड़े-बड़े दिग्गज उनका लोहा मानते हैं।

सबसे अधिक सैलरी वाले CEO

यूरोमॉनिटर के मुताबिक, धरमपाल गुलाटी एफएमसीजी सेक्टर के सबसे ज्यादा कमाई वाले सीईओ हैं। सूत्रों ने बताया कि पिछले साल उन्हें 2018 में 25 करोड़ रुपये इन-हैंड सैलरी मिली

दान में भी आगे

गुलाटी अपनी सैलरी का करीब 90 फीसदी हिस्सा दान कर दते हैं। वह 20 स्कूल और 1 हॉस्पिटल भी चला रहे हैं।

दुनिया के सबसे उम्रदराज ऐड स्टार

97 वर्षीय धरमपाल गुलाटी आज भी अपने उत्पादों का ऐड खुद ही करते हैं। अक्सर आपने उन्हें टीवी पर अपने मसालों के बारे में बताते देखा होगा। उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज ऐड स्टार माना जाता है।

​पाकिस्तान में हुआ था जन्म

गुलाटी का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ था। 1947 में देश विभाजन के बाद वह भारत आ गए। तब उनके पास महज 1,500 रुपये थे।

तांगे से सफर की शुरुआत

भारत आकर उन्होंने परिवार के भरण-पोषण के लिए तांगा चलाना शुरू किया। फिर जल्द ही उनके परिवार के पास इतनी संपत्ति जमा हो गई कि दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली जा सके।

दुकान से दुनिया तक

इस दुकान से मसाले का कारोबार धीरे-धीरे इतना फैलता गया कि आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में तैयार एमडीएच मसाले दुनियाभर में पहुंचते हैं। एमडीएच के 62 प्रॉडक्ट्स हैं। कंपनी उत्तरी भारत के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जे का दावा करती है।

अभी भी सक्रिय

धरम पाल गुलाटी 97 वर्ष के हैं, फिर भी वह हर दिन दिल्ली, फरीदाबाद या गुड़गांव की किसी-न-किसी फैक्ट्री का दौरा करते हैं। उनकी छह बेटियां और एक एक बेटा उनके मसाला साम्राज्य के संचालन में मदद करते हैं। 2 हजार करोड़ रुपये बाजार मूल्य के महाशियन दि हट्टी (MDH) ग्रुप के सीईओ गुलाटी पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित हैं।

लंबी उम्र का राज

गुलाटी का कहना है कि उनकी लंबी आयु का राज कम खाने और नियमित व्यायाम में छिपा है। गुलाटी अपना भुजाएं फड़काते और सफेद दांत दिखाते कहते हैं, ‘मैं बुड्ढा नहीं, जवान हूं।’ वह सुबह 4 बजे बिस्तर छोड़ देते हैं। फिर थोड़ी देर व्यायाम करने और हल्का नाश्ता लेने के बाद टहलने नेहरू पार्क चले जाते हैं। वह शाम में और फिर रात में खाना खाने के बाद भी टहलते हैं।

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