एक डेरे के प्रमुख व डेरे में बने गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी ने ऐसा कहा कि पुलिस चौंक गई

बलराज सिंह की रिपोर्ट
समाना (पटियाला)। ‘खेतों में काम कर रही लेबर को डोडे (अफीम) बेचने जा रहा हूं। कोई पुलिस वाला गुरुद्वारे में घुस कर देखे तो उसका हाल पटियाला के एएसआइ से बुरा होगा।’ थाना सदर समाना के गांव कादराबाद के एक डेरे के प्रमुख व डेरे में बने गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी हरजीत सिंह ने इस तरह की पब्लिक अनाउंसमेंट कर पटियाला में निहंगों द्वारा एएसआइ का हाथ काटने का समर्थन किया। वह डेरे में ही अफीम की खेती करता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
गांव कादराबाद में अनाउंसमेंट कर दी धमकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
45 वर्षीय हेड ग्रंथी ने कहा कि एएसआइ का हाथ काटने वाले निहंगों ने सही काम किया है। निहंगों के डेरे श्री खिचड़ी साहिब गुरुद्वारा में जिस तरह से पुलिस घुसी, उनके डेरे में घुसेगी तो इससे भी बुरा अंजाम करेंगे। पुलिस में हिम्मत है तो वह उसे गिरफ्तार करके दिखाए।
उसने धमकाते हुए कहा कि पुलिस गांव से कोरोना वायरस के मरीजों को निकाल कर सही काम नहीं कर रही है। इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। गाजेवास पुलिस चौकी से एएसआइ गुरदेव ङ्क्षसह पुलिस पार्टी लेकर तुरंत डेरे में पहुंचे। आरोपित हेड ग्रंथी हरजीत सिंह के पास से पांच किलो डोडे पोस्त बरामद हुआ। एएसआइ गुरदेव सिंह ने बताया कि आरोपित को सोमवार देर रात पकड़ लिया था, जिसके बाद मंगलवार को उसे अदालत में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
अडिय़ल स्वभाव का है डेरा प्रमुख
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपित हरजीत ङ्क्षसह की परवरिश अलग-अलग डेरों में हुई है। करीब बारह साल पहले उसने कादराबाद में पंचायती जमीन पर डेरा बनाते हुए यहां पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप रख गुरुद्वारा स्थापित कर लिया था। आरोपित भी बलबेड़ा के डेरा मुखी की तरह ही अडिय़ल स्वभाव का बताया जा रहा है।
गांव कादराबाद की पंचायत ने डेरे में बने गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को दूसरे गुरुद्वारा साहिब में स्थापित कर दिया है। पंचायत ने इस डेरे को पूरी तरह से सील कर दिया है। वहीं, हरजीत सिंह के खिलाफ अभी तक पुलिस ने कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड न होने की बात कही है।