दीपक शुक्ला की विशेष रिपोर्ट
लखनऊ। विश्वव्यापी कोरोना वायरस प्रकोप को लेकर लखनऊ में दारूल उलूम फिरंगी महल ने एक फतवा जारी कर कहा है कि कोरोनो वायरस का परीक्षण और उपचार सभी के लिए महत्वपूर्ण है और इस बीमारी को छिपाना अपराध है।
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने अपने जारी फतवे में कहा है कि कोरोना वायरस की जद में आए लोगों को अपना टेस्ट कराना चाहिए और इलाज भी जरूरी है। इस्लाम में एक इंसान की जान बचाना कई इंसानों की जान बचाने जैसा है। इसको छिपाना कतई जायज नहीं है। अगर लोग महामारी में अपना इलाज और टेस्ट नहीं कराते हैं लोग, तो ये बिल्कुल गैरशरई काम है। इस बीमारी को छिपाना अपराध है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने जो निर्देश दिए हैं, उसका पालन करना चाहिए। डॉक्टर ने जो उपाय बताए है, उसका पालन बहुत जरूरी है। हर इंसान को दूसरे की जान बचाने का फर्ज निभना चाहिए। इसको छिपाना एक संगीन जुर्म है। इसमें एतिहात बहुत जरूरी है। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना फिरंगी महली ने कहा कि खुद की जान और दूसरों की जान खतरे में डालना इस्लाम में मना है।
दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज से लौटकर उत्तर प्रदेश आए तबलीगी जमात के लोगों की जांच में गुरुवार को विभिन्न जिलों में 11 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें मेरठ में चार, फिरोजाबाद में चार, जौनपुर में दो और गाजीपुर में एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। इसकी पुष्टि के बाद से हड़कंप मचा है।
फिरोजाबाद में वहां मरकज से आए बिहार के सात जमातियों में से चार की सैफई से आई जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई है। इन्हें शिकोहाबाद के वार्ड में आइसोलेट किया था। अब बाकी तीन को अलग वार्ड में आईसोलेट किया है। चारों के ब्लड सैंपल को अब लखनऊ के केजीएमयू भेजा गया है।
मेरठ में कोरोना वायरस की आशंका में लिए गए 76 सैंपल की जांच में पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इनमें चार जमाती और एक बच्ची है। वहीं विभिन्न प्रदेशों और विदेश से आए सात सौ से अधिक लोगों को होम कवारंटीन किया गया है। इस तरह मेरठ जिले में कोरोना पॉजीटिव की संख्या 25 हो गई है। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि मेडिकल कालेज की लैब में गुरुवार को कुल 76 सैंपल की जांच की गई। कोरोना संक्रमित रोगियों के संपर्क के लोगों की जांच-पड़ताल के लिए 40 टीमों को लगाया गया है ताकि जल्द से जल्द उनके संपर्क के लोगों को खोजा जा सके। जौनपुर में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे 14 बंगलादेशियों समेत 16 लोगों में से दो कोरोना पाजिटिव निकले। 31 मार्च से क्वारंटीन इन लोगों का बुधवार को सैंपल लिया गया था।
सीएमओ रामजी पांडेय ने बताया कि गुरुवार शाम बीएचयू से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक बंगलादेशी है जबिक दूसरा रांची का रहने वाला एक गाइड है। इसी तरह गाजीपुर पहुंचे देहरादून निवासी एक मौलाना की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मौलाना समेत 11 लोगों को मंगलवार को एक मस्जिद से पकड़ने के बाद अस्पताल में जांच कराई गई थी। इनमें दो लोगों की तबीयत खराब होने पर सैंपल बीएचयू भेजा गया था। इनमें एक की रिपोर्ट पॉजिटिव और एक की निगेटिव आई है।
बरेली में दरगाह पर जुटी भीड़ खतरे की घंटी
बरेली की एक दरगाह में 300 से ज्यादा मुरोदों के एक साथ इक्ट्ठा होने की जानकारी सामने आ गई। लॉकडाउन में दरगाह पर शहर व आसपास के जिले से ही नहीं दूसरे प्रदेशों के मुरीद इक्ट्ठा हैं।
दरगाह का कहना है कि प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। सुभाष नगर में कोरोना के 6 पॉजिटिव मामले मिल चुके हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात से खौफ तारी है। ऐसे में जरा सी चूक भारी पड़ सकती है। दरगाह में लोग चादरें विछाकर बैठते-लेटते हैं। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
दरगाह के मुख्य गेचच पर बैरिकेडिंग है लेकिन गली में फूल बेचे वाले बैठे हैं। ये ही आने वाले मुरीदों को दरगाह के पिछले गेट से भेज देते हैं। पिछल काफी दिनों से बरेली शहर, देहात के साथ रामुपर, सीतापुर, पीलीभीत जिलों से सैकड़ें मुरीद तो पहुंचे ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से भी पहुंचे हैं। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इनके साथ बच्चे भी हैं। दरगाह कैंपस में इस लोगों को ठहराया गया है।
दरगाह से भीड़ निकलने को राजी नहीं
दरगाह प्रबंधन का दावा है कि लॉक डाउन के बाद इन्हें दरगाह कैंपस खाली करने के लिए कहा गया था, मगर ये लोग राजी नहीं हैं। 31 मार्च को दरगाह के मुतवल्ली की तरफ से एडीएम सिटी को इससे अवगत कराया गया है। लिखित में दी सूचना में रुके हुए मुरीदों की संख्या 150-200 बताई गई है।